काशीपुर का किसी समय एक मात्र रहा सीतापुर आँखो का अस्पताल आज धूल फाक रहा है | सन 1985 मे स्थापित और पदम भूषण व फाउंडर डॉ एमपी मेहराय ने इसकी स्थापना की| उत्तराखंड मे अन्य शहरों मे भी इसकी शाखाये है, लेकिन फंड  की कमी और सरकारों की उपेक्षा से गरीब लोगो के आँखो को सहारा देने वाली अर्ध सरकारी संस्था काशीपुर का सीतापुर अस्पताल  खंडहर मे तब्दील हो चूका है | करीब 15 सालो से मरीजों की सेवा कर रहे डॉ सारस्वत ने बताया कि प्रेस और अन्य गढ़मान्य लोगो के प्रयासः के बाद भी नतीजा जीरो रहा | लेकिन अब रोटरी क्लब और डॉ लोग इस काम का जिम्मा ले रहे है |