आय दिन कोई न कोई नेता बदजुबानी करके चर्चा में आ जाते हैं ,कभी महिलाओं के खिलाफ बोलते हैं, कभी किसी विशेष वर्ग के खिलाफ। लेकिन उनकी बदजुबानी से विपक्षी पार्टियां संसद का कार्य ठप कर देती हैं, जिससे एक दिन के संसद के खर्चे के करोड़ों रुपये बर्बाद हो जाते है, यह पैसे उन्ही नेताओ और उनकी पार्टी से वसूल किये जाएँ जो अपनी जुबां पर कंट्रोल नहीं कर पाते और जनता की गाडी कमाई के पैसों को बर्बाद करने में कोई कसर नहीं छोड़ते। कल ही एक बीजेपी महिला नेता की ज़बान फिसली और संसद का समय बर्बाद किया गया।