हमारे देश में  लोग अपना 95%  दिमाग  लोग एक दूसरे की बुराई करने में लगा देते हैं। नेता हो या  कोई भी राजनेतिक पार्टी, न्यूज़ चेनल हो या अखबार या रिपोर्टर इन सबकी दूकान - दूसरों की बुराई करने से ही फल- फूल रही है। ऐसे देश का विकास नहीं हो सकता, समाज को कुछ अलग सोचना होगा। जिससे बुराई करने की जगह लोग अपनी अच्छाई दिखाकर आगे बड़ें और देश का विकास में तेजी से प्रगति हो। (विचार-मंच)