आज की जनता और युवा ऐसे नेताओं को लोकसभा में पहुँचाना चाहतें  है जो समय पर अपने किये गए वादे पूरा करे ना कि जीतने के बाद जनता को भूल जाए ।

आज कोंग्रेस पार्टी ने लोकसभा चुनाव 2014 का अपना घोषणा पत्र घोषित किया लेकिन उसमे किये  गए वादों को निभाने की समय  सीमा तय नहीं है।  इसका मतलब वो अगले  2019 के चुनावों के आने से कुछ समय पहले ही कुछ  वादे निभाएगी जनता को दिखाने के लिए। और 4 साल तक लोकसभा में हंगामे ही करवायगी अगर सत्ता में आई।
अब दूसरी राजनैतिक पार्टियों के घोषणा पत्र का इंतज़ार है, क्या वह भी ऐसा ही करेगी या जनता की उम्मीदों पर उतरने की कोशिश करेंगी? आप पार्टी ने दिल्ली विधान सभा चुनावों में वादों को पूरा करने की समय सीमा तय की थी।