पुलिस ने हिस्ट्रीशीटर मिंटू और उसके साथियो को हिरासत मे लिया -
राइस मिलर और बीजेपी नेता अनूप अग्रवाल के चचेरे भाई अर्पित अग्रवाल की हत्या मे हिस्ट्रीशीटर मिंटू चौधरी और उसके साथियो का नाम उजागर हुआ है   |लाखो के लेनदेन और बिहार -दिल्ली से इस हत्या के तार जुड़े होने की बात करने वाली काशीपुर पुलिस ने बड़ी जल्दी यु टर्न लिया और बाइक -कार टक्कर विवाद मे हत्या को साजिश का खुलासा करने वाली पुलिस का खोदा पहाड़ निकली चुइया वाला चरित्राथ उजागर हुआ है | पुलिस अनुसार 17 जून की रात अर्पित अपने रिश्तेदारो के साथ एक  होटल से खाना खाकर लौटते हुए इसी बीच उधर से विजयनगर नई बस्ती सतीश उर्फ मिंटू चौधरी ,चचेरा भाई रोहित चौधरी ,हिमांशु और अतीक से कार -बाइक की टक्कर विवाद हो गया ,जिसके बाद इस हत्याकांड को अंजाम दिया गया | एसएसपी ने बताया कि घटना की रात जसपुर खुर्द निवासी, 'बी डी सी' सदस्य का चुनाव लड़ रहे हरजिंदर लाली ने भी संरक्षण दिया और अगले दिन ग्राम सीतारामपुर स्थित राजेश काम्बोज के फार्म हाउस मे शरण ली, जहां से पुलिस ने गिरफ्तार किया | मिंटू पर हत्या ,रंगदारी ,धमकी आदि के सैकड़ो मुकदमे दर्ज है, जिसमे एक दर्जन मामले कोर्ट मे विचाराधीन भी चल रहे है | कालडूगी कांड मे भी मिंटू का नाम चर्चित रहा था |दूसरी तरफ शहर मे मिंटू के एनकाउंटर की अफवाह से देहरादून  ,हल्द्वानी तक बात आला अधिकारियो के पास तक पहुंच गई थी और मीडिया ने भी अपनी पहुंच लगातार पुलिस तक बना रखी थी जिस कारण पुलिस का एनकाउंटर प्लान भी फ़ैल हुआ लेकिन इसका मुख्य श्रेय मिंटू की पत्नी को जाता है जिसने पुलिस के सामने ढाल बन कर अपने पति की जान को बचाया ,वैसे भी रणवीर एनकाउंटर सहित कई फर्जी एन्कॉउंटरो मे पुलिस वालो को सजा से सबक लिया गया |
फ़िलहाल इस हत्याकांड मे कितनीसच्चाई है अभी भी सस्पेंस बना हुआ है लेकिन शहर की सिक्केयोरटी और
सुरक्षा की जिम्मेदारी पुलिस -प्रशासन की है जिसकी उम्मीद जनता हमेशा करती है।