दिवाली रौशनी और मिठाइयों का त्यौहार है , अच्छाई और सत्य की जीत का प्रतीक है , रौशनी का मतलब हर जगह खुशहाली हो। पटाखें फोड़ना ही दिवाली नहीं है, पटाखों को प्रतीक के तौर पर ही उपयोग में लाने चाहिए, हर किसी की अति बुरी ही होती है, इसीलिए पर्यावरण को नुक्सान कम हो इसीलिए कम ही पटाखे फोड़े, आजकल इलेक्ट्रॉनिक गन और पटाखे  बाजार में आगये है, जिनसे आप अनमिलेटड पाठकों की आवाज़ निकाल सकते है और पर्यावरण के साथ आप अपने धन की बचत भी कर सकते है। और सभी को असली ख़ुशी जब मिलेगी जब सब देश वासियों  के घर रौशनी और ख़ुशी होगी । और हमें इस दिवाली पर अपने देश के लिए  प्रण लेना चाहिए -
१-ज्ञान का दीप जलाऐ
२-भ्रष्टाचार के अधेरे को दूर करे
३-स्वच्छ भारत अभियान को सफल बनाऐ