सुसाइड नोट में लिखे दोषी व्यक्तियों के प्रति कार्यवाही कब तक ?
हल्द्वानी, राजकीय मेडिकल कोलेज में फार्माकोलाजी विभाग में कार्यरत असिस्टेंट प्रोफ़ेसर डॉ नवीन गुप्ता ने शुक्रवार देर रात चौथी मंजिल से कूदकर ख़ुदकुशी  कर ली, जांच के दौरान पुलिस को उनकी जेब से दो और उनके फ्लेट से एक सुसाइड नोट मिला, सबसे पहले अखबार विक्रेता ने ही फोन कर पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद एस पी सिटी यशवंत चौहान, सी ओ राजेंद्र हयांकी, कोतवाल रामसिंह मेहता, और फोरेंसिक एक्सपर्ट डॉ दयाल शरण ने घटना स्थल का निरिक्षण किया, आसपास के फ्लेट में रहने वाले सभी चिकित्सकों से पूछताछ की, ग़ाज़ियाबाद के राजेंद्र नगर के रहने वाले डॉ नवीन ने कुछ समय पहले ही संविदा पर अगस्त 2014 में ज्वाइन किया था, डॉ नवीन के परिवार में उनकी पत्नी और 2 बच्चे हैं, डॉ नवीन ने अपनी सुसाइड नोट में बेहद  गंभीर आरोप लगायें हैं, ओर दोषियों के खिलाफ अपने नोट में सख्त कार्यवाही की मांग की है, सुसाइड नोट में जिनपर गंभीर आरोप हैं उसमे दिल्ली के उपराज्यपाल नजीब जंग, डॉ रजनी (डीन जामिया मिल्लिया इस्लामिया दिल्ली), डॉ भावना श्रीवास्तव डॉ रीना भारद्वाज, डॉ संजय गौड और डॉ संजीव गौड़ के नाम  हैं, देखना है की पुलिस कब तक गहन जांच पड़ताल कर दोषियों पर कार्यवाही करती है या बड़े औहदो पर होने की वजह से डॉ नवीन की दर्दनाक मौत रहस्य बनकर रह जायगी .