इंजीनियर, ठेकेदार, कंस्ट्रेक्शन कंपनी, स्थानीय
विधायक और सांसद में से कौन दोषी – कार्यवाही कब तक?
बाजपुर, घोघा नदी पर लोक निर्माण विभाग द्वारा 93
लाख की लागत से 30 मीटर लम्बे पुल का निर्माण पिछले डेढ़ सालों से चल रहा था। जो
देखते ही देखते धराशाई हो गया। सीमेंट की जगह रेता लगाया। लोगों का कहना है घटिया सामग्री के कारण ही
निर्माणाधीन पुल ध्वस्त हुआ है और काम कर रहे मजदूर भी गंभीर रूप घायल हो गए।
यह घटना उत्तराखंड सरकार के भ्रष्टाचार को समाप्त
करने की पोल खोलती नजर आई। चूँकि यह घटना बहुत गंभीर है। इस पर सरकार को गंभीरता से
दोषी लोगों पर कार्यवाही करनी चाहिए और उनसे पूरे पैसे वसूलें जाएँ ताकि आगे इस
तरह के हादसे ना हों और ना हीं ऐसे भ्रष्टाचारी लोग ऐसे कृत्य को अंजाम देने से
डरे।
वीडियो में देखें पुल निर्माण में कितनी घटिया सामग्री का उपयोग किया गया
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