दिनाँक 25 फरवरी, 2015 को कुमायूं गढ़वाल चैम्बर ऑफ़ कॉमर्स एण्ड
इण्डस्ट्री (केजीसीसीआई) द्वारा सिडकुल कार्यालय, रूद्रपुर
के सभागार में अध्यक्ष श्री अशोक बन्सल की अध्यक्षता में एक मीटिंग सम्पन्न हुई।
बैठक में सिडकुल, काशीपुर, सितारगंज व
आस-पास के क्षेत्रों में स्थापित अधिकांश
उद्योगों के प्रतिनिधि उपस्थित थे।
बैठक में केजीसीसीआई के पन्तनगर चैप्टर चेयरमैन श्री डी सी बिष्ट ने
अवगत कराया कि श्रम आयुक्त, उत्तराखण्ड द्वारा सिडकुल, सितारगंज,
काशीपुर व आस-पास के क्षेत्रों के उद्योगों को श्रम कानून से
सम्बन्धित समस्त अभिलेख जैसे- कारखाने का रजिस्ट्रेशन, नवीनीकरण,
प्रमाणित स्थायी आदेश, उपस्थिति पंजिका,
वेतन भुगतान अभिलेख, बोनस, ई.एस.आई., पी.पी.एफ., संविदाकारों
के रजिस्ट्रेशन/लाईसेंस व संविदाकारों के उक्त सभी अभिलेखों को साथ में लेकर जांच
हेतु उनके समक्ष प्रस्तुत होने के लिए पत्र जारी किये गये हैं। श्रमायुक्त द्वारा
भेजे गये पत्रों को लेकर सभी उद्यमी चिन्तित हैं।
केजीसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष श्री दरबारा सिंह ने कहा कि हम राज्य में
फैक्ट्रियां चलाकर कोई अवैध कार्य नहीं कर रहे हैं अपितु राज्य एवं देश के विकास
में एक महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं परन्तु राज्य के विभागीय अधिकारी उद्योगों को
सहयोग करने की बजाय उन्हें बन्द कराने पर तुले हुए हैं। आये दिन उद्योगों के खिलाफ
कोई न कोई षड्यन्त्र व उत्पीड़न की योजनाएं बनाते रहते हैं। इससे उद्यमियों का
मनोबल गिर रहा है तथा उत्तराखण्ड में उद्योगों के प्रति उनका रुझान दिन प्रतिदिन
कम होता जा रहा है।
केजीसीसीआई अध्यक्ष श्री अशोक बन्सल ने कहा कि राज्य के सभी उद्योग
श्रम एवं अन्य समस्त विभागों द्वारा निर्धारित मानकों, शर्तों एवं नियमों का पूर्ण रूप से पालन करने में विश्वास करते हैं।
समय-समय पर विभागीय इन्सपेक्टर द्वारा अभिलेखों की जांच करने पर उनका पूरा सहयोग
करते हैं। उसके बावजूद व्यक्तिगत अपेक्षाओं को पूरा
करने के लिए जांच का सहारा लेकर उद्योगों का उत्पीड़न किया जाना कतई बर्दाश्त नहीं
किया जायेगा। इससे राज्य में औद्योगिक वातावरण दूषित हो रहा है। उन्होंने चेतावनी
भरे शब्दों में कहा कि अधिकारों की आड़ में कोई भी अधिकारी अपनी व्यक्तिगत मंशाओं
को पूरा करने के लिए कोई अनुचित कदम उठाता है तो उसके मंसूबों को हम सफल नहीं होने
देंगे। उन्होंने बैठक में उपस्थित सदस्यों को आश्वासन दिया कि चैम्बर के
प्रतिमण्डल द्वारा श्रमायुक्त की इस अवैधानिक प्रक्रिया से माननीय मुख्यमन्त्री,
माननीय श्रम मन्त्री, अन्य सम्बन्धित
मन्त्रियों व शासन के शीर्ष अधिकारियों से अवगत कराया जायेगा तथा इस प्रक्रिया के
विरुद्ध उचित कार्यवाही की मांग की जायेगी।
बैठक में केजीसीसीआई अध्यक्ष श्री अशोक बन्सल, सेक्रेटरी जनरल श्री आर के गुप्ता, पूर्व अध्यक्ष
श्री दरबारा सिंह, श्री डी सी बिष्ट, श्री
श्री बीएस सहरावत, श्री कुलदीप सिंह , श्री
आशुतोष शर्मा, श्री अनूप सिंह, श्री
राजीव शर्मा, रवि सरन, मनीष जाजू,
प्रशान्त दूबे, ओ. बी. गौतम, एम विट्ठल राव, बी वी श्रीधर, भूपेश
शर्मा, ए एस सक्सेना , भूपेश गुप्ता,
ए के पाण्डे, एस तोमर, सुनील
शर्मा, जे एन सिंह, प्रवीन रावत,
ज्योति काण्डपाल, मनोज त्यागी, संजय सिंह, धरमदास शर्मा, पी
के मिश्रा, अभय प्रताप सिंह, राजेन्द्र
सिंह आदि उपस्थित थे।
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