श्रद्धेय माता अमृतानंदमयी जी ने नमामि गंगे प्रोजेक्ट के लिए 100 करोड़ की राशि गंगा तट पर बसे गांवों के शौचालय विहीन घरों में इको फ्रेंडली शौचालयों के निर्माण के लिए दी है.

इससे एक पंथ दो काज होंगे. उनका यह सहयोग गंगा को निर्मल बनाने में तो प्रभावी भूमिका निभाएगा ही साथ ही साथ गंगा तट पर स्थित लगभग 50 हज़ार शौचालय विहीन घरों की माँ बहन बेटियों के मान-सम्मान को सुरक्षित भी करेगा.

ऐसी खबरों का प्रचार नहीं करने के पीछे इन प्रदूषित मीडियाई कोठों की दुष्ट रणनीति यह है कि यदि ऐसे समाचार जन जन तक पहुंचेंगे तो लोगों में उत्साह एवं जागरूकता का संचार करेंगे जिसके परिणामस्वरूप गंगा सफाई का कार्य तो गति पकड़ेगा ही साथ ही साथ देश में एक साकारात्मकता का संचार होगा जो ओर लोगों को भी ऐसे कार्यों में दान देने के लिए प्रेरित करेगा .


इस "महादान" का यशगान अब हमारा आपका ही दायित्व है।

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