रूद्रपुर 08 जनवरी- राष्ट्रीय  आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण एवं जिला आपदा प्रबन्धन प्राधिकारण के संयुक्त तत्वाधान में कलक्ट्रेट  में एपीजे अब्दुल कलाम सभागार में 06 जनवरी से 08 जनवरी तक आपदा के मददेनजर तीन दिवसीय कार्यशाला सम्पन्न हुई। आपदा पर इस महत्वपूर्ण कार्यशाला का आयोजन जिलाधिकारी के प्रयासों से किया गया। आयोजित कार्यषाला के अतिंम रोज आज माॅक ड्रिल के माध्यम से घटित होने वाली आपदाओं में आपदा से ग्रस्त लोगों को षीघ्र किन विधाओं से राहत पहुचाई जा सकती है का प्रदर्षन किया गया। कार्यशाला में सर्व प्रथम साइरन बजाकर लोगों को सतर्क करते हुये भूकम्प की सूचना दी गई । यह भी प्रसारित किया गया कि मैट्रोपांलिस सघन आवासीय क्षेत्र,बिग बाजार षापिंग माॅल में भूकम्प से भारी नुकसान हुआ है । साथ ही टाटा मोटर्स में गैस रिसाव के कारण बडी दुर्घटना होने की आंषका है । आनन फानन में चार रैस्क्यू टीमें बनाई गई,साथ ही टास्क फोर्स कमाण्डर व आब्जर्वर,एनडीएमए,एनडीआरएफ के जवानों को एम्बुलेंस,फायर बिग्रेड व कै्रनों के साथ शीघ्र घटना स्थलों के लिये रवाना किया गया। लोगों को आपदा पर त्वरित स्वास्थ्य सुविधा मिले प्राथमिकम उपचार की व्यवस्था घटना स्थल पर ही की जा रही थी। गम्भीर लोगों को जिला चिकित्सालय में भर्ती कराये जाने की व्यवस्था की गई थी।  युवा भवन में राहत शिविर आयोजित किया जा रहा था। 

      माॅकड्रिल के पश्चात  सभी जिला स्तरीय अधिकारियों के साथ माॅकड्रिल के समय क्या क्या कार्यवहाी की गई व क्या परेशानी आई की जानकारी ली गई । इस अवसर पर वरिश्ठ परामर्शदाता वीके दत्ता ने कहा कि जिस जिले की अधिकारियों की टीम मजबूत होगी वह प्रदेश  उतना ही मजबूत होगा । उन्होंने कहा कि माॅकड्रिल के जरिये सिखाने की कोशिश  की गई है कि आपदा के दौरान किस तरह से कार्य कर राहत दी जा सकती है । उन्होने कहा कि इसके लिये आपसीर तालमेल आवष्यक है । उन्होंने कहा कि जिले का सेवन डेस्क सिस्टम हमेषा सक्रिय होना चाहिये । उनहोंने कहा कि इस तरह के पूर्वाभ्यास करने से आपदा के समय त्वरित राहत कार्य किये जा सकते है । उन्होंने कहा कि आपदा प्रबन्धन हेतु प्रत्येक वर्ष  नई योजना बनायी जानी चाहिये । हर छःमाह में इस प्रकार के परीक्षण होने चाहिये। उन्होंने कहा कि आज माॅकड्रिल की गई है सभी अधिकारी उसकी समीक्षा करें। जहां पर कमी आई है एसे दूर करें। उन्होंने कहा कि इस कार्य में जिनती मेहनत होगी आपदा में उसके हल उतने जल्दी मिलगें। आपदा प्रबन्धन विषेशज्ञ अमित कुटेजा ने कार्यषाला के दौरान आपदाओं के समय कार्य करने के सम्बन्ध  विस्तार जानकारी दी। 

    जिलाधिकारी अक्षत गुप्ता ने कहा कि आज माॅक ड्रिल में जो कमी आई है जिला स्तर पर उसकी रणनीति बनाई जायेगी ताकि भविश्य में आपदा घटित होने पर तुरन्त राहत कार्य किये जा सकें। उन्होंने कहा कि जो संसाधनों की कमी हुई हेै उन्हें दूर किया जायेगा।  उन्होंने कहा कि सभी उप जिलाधिकारियों के वाहनों में प्राथमिक उपचार के साधन रखें जायेगे साथ ही एनएच से जुडे गांवा में भी प्राथमिक उपचार सामग्री उपलब्ध कराई जायेगी ताकि आपदा के दौरान उसका उपयोग किया जा सकें। उनहोंने कहा कि अधिकारियों को जागरूक करने व जिले में आपदा से सम्बन्धित संसाधनों को देखने के उददेष्य से यह माॅक ड्रिल कार्यक्रम आयोजित किया गया।
    माॅकड्रिल में अपर जिलाधिकारी दीप्ति वैष्य व आषीश भटगई के अलावा वरिश्ठ कोशाधिकारी तृप्ति श्रीवास्तव,उप जिलाधिकारी एपी बाजपेई,अनिल शुक्ला,पूरन सिंह राणा,पीएस मर्तोलिया,डीपी सिंह,ईई पीसी लोहनी,जिला शिक्षा अधिकारी डाॅ0 पीएन सिंह व डीसी सती,डीएसटीओ ललित चन्द्र आर्य,डिप्टी सीएमओ एसएस दुग्ताल,डाॅ0 अविनाश  खन्ना,डीएसओ विपिन कुमार समेत विभिन्न जिलास स्तरीय अधिकारी व पुलिस विभाग अधिकारी उपस्थित थें।
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