आज दिनांक 03 अक्टूबर, 2016 को कुमायूं गढ़वाल चैम्बर आॅफ काॅमर्स एण्ड इण्डस्ट्री द्वारा चैम्बर हाऊस काशीपुर में जीएसटी  विषय पर सेमिनार का आयोजन किया गया। सेमिनार के प्रायोजन जैकसन एण्ड कम्पनी (किलोस्कर जैनरेटर्स), नई दिल्ली द्वारा किया गया। सेमिनार का संचालन केजीसीसीआई के महासचिव श्री नितिन अग्रवाल द्वारा किया गया।

सेमिनार का शुभारम्भ वरि0 उपाध्यक्ष, केजीसीसीआई श्री रमेश मिड्ढा,  महासचिव केजीसीसीआई, श्री नितिन अग्रवाल,  कोषाध्यक्ष श्री हरविन्दर सिंह, श्री पियूष कुमार, एडीशनल कमिश्नर वाणिज्य कर, श्री बी0 एस0 नगन्याल, एडीशनल कमिश्नर वाणिज्य कर, श्रीमति सुनीता पाण्डे, डिप्टी कमिश्नर, वाणिज्य कर, श्री एस.एस तिरूवा, डिप्टी कमिश्नर, वाणिज्य कर, श्री राकेश टण्डन, ज्वाईंट कमिश्नर, वाणिज्य कर ने दीप प्रज्जवलित कर किया। चैम्बर पदाधिकारियों ने बुके देकर उनका स्वागत किया।

श्री पियूष कुमार, एडीशनल कमिश्नर वाणिज्य कर ने अवगत कराया कि 01 अप्रेल 2017 से देश में जी.एस.टी. लागू होने जा रहा है। उन्होंने कहा कि जैसे ट्रेड टैक्स से वैट में आने पर कुछ बदलाव हुआ, उसी तरह से अब वैट से जी.एस.टी. में आने पर बदलने जा रही हैं। उन्होनें कहा कि अब रजिस्ट्रेशन नए तरीके से होगा, इसके नियम विभाग की पब्लिक डोमेन में हैं। इस साल दिसम्बर के बाद इसका साॅफ्टवेयर तैयार हो जाएगा जिसके बाद ट्रेनिंग होगी। 01 नवम्बर से डाटा ट्रांसफर का कार्य शुरू होगा। उन्होने कहा कि जी.एस.टी.लागू होने का सबसे बड़ा फायदा यह है कि पूरे देश में एक समान टैक्स होगा। इसके लागू होने से देश की जीडीपी एक से दो प्रतिशत तक बढ़ जाएगी तथा कानूनी झंझटों में कमी आएगी।

श्री पियूष कुमार ने आगे अवगत कराया कि अभी 160 देशों में जी.एस.टी. लागू है। जी.एस.टी. लागू होने के बाद तम्बाकू, 5 पेट्रोलियम पदार्थों और पीने योग्य शराब पर एक्साईज ड्यूटी पहले की तरह लागू रहेगी। जी.एस.टी. में रजिस्टेªशन आसान होगा। व्यापारी जी.एस.टी. पोर्टल में जाकर रजिस्टेªशन करा सकते हैं। विभागीय अधिकारी को तीन दिन में इसे पूरा करना होगा। ऐसे में राज्य अपनी मर्जी से टैक्स नहीं लगा सकते हैं।

श्रीमति सुनीता पाण्डे, एडीशनल कमिश्नर वाणिज्य कर ने रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि अलग-अलग राज्य के हिसाब से रजिस्टेªशन होगा। व्यापारी को इसके लिए जी.एस.टी. लेना होगा। उन्होंने कहा कि वैट में अभी तक 5 लाख की सीमा होती है लेकिन जी.एस.टी. में इस रजिस्टेªशन की सीमा 9 लाख रूपये है। जो व्यापारी पंजीकरण के दायरे में नहीं आते हैं वह जी.एस.टी. का फायदा उठाने के लिए पंजीकरण करा सकते हैं। उन्होंने बताया कि एक कम्पनी एक राज्य में अधिकतम 35 अलग-अलग पंजीकरण करा सकती है।

वाणिज्य कर विभाग के डिप्टी कमिश्नर श्री एस.एस. तिरूवा ने जी.एस.टी. में टैक्स रिटर्न भरने के तौर-तरीके बताए। उन्होंने बताया कि सालाना 10 लाख से अधिक टर्नओवर वाली रजिस्टर्ड कम्पनी टैक्स के दायरे में आएगी। सभी रिटर्न मासिक हैं केवल कम्पाउंडिंग टैक्स चैथे महीने में भरा जाएगा।

जैकसन एण्ड कम्पनी की ओर से श्री नरेन्द्र शर्मा, ए.वी.पी., श्री आर0 जी0 सिंह, जनरल मैनेजर, श्री योगेश पाण्डे, सेल्स मैनेजर और किलोस्कर जैनरेटर की ओर से श्री भूपेन्द्र वाधवा सेल्स मैनेजर द्वारा स्लाईड के माध्यम से जैनरेटर की क्वालिटी के बारे में प्रजेन्टेसन दी गई।

सेमिनार में वरि0 उपाध्यक्ष, केजीसीसीआई श्री रमेश मिड्ढा,  महासचिव केजीसीसीआई, श्री नितिन अग्रवाल, कोषाध्यक्ष श्री हरविन्दर सिंह, पूर्व अध्यक्ष श्री जितेन्द्र कुमार, श्री पवन अग्रवाल, श्री देवेन्द्र कुमार अग्रवाल, श्री पुनीत सिंघल, श्री आर0 के0. मौर्या, श्री आर पी सिंह, श्री अतुल असावा, श्री मान सिंह तनवार, श्री दरश कपूर, श्री संजय अग्रवाल, श्री संजय गुप्ता, श्री संजीव कुमार, श्री अमित अग्रवाल, श्री सी.एम. खुराना, श्री आशीष अरोरा बाॅबी, श्री राकेश नरूला, श्री गुरविन्दर सिंह चन्डोक, श्री प्रकाश बिष्ट, श्री भूपेन्द्र कुमार, श्री चन्द्र भूषण, श्री मोहित चैहान, श्री मयंक कुमार गुप्ता, श्री सतीश कुमार, श्री आर0 के अरोरा, श्री गोविन्द सिंह मेहता, श्री महेश नैलवाल आदि उपस्थित थे।

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