गुरुग्राम में मासूम बच्चे की हत्या का मामला जैसे जैसे तूल पकड़ता जा रहा है। वैसे वैसे सरकारी विभाग अपनी आँखे खोल रहे हैं और कार्यवाही कर रहे हैं।

जिसमें उत्तराखंड पुलिस भी गंभीर हो गई है और स्कूलों के लिए एक  एडवाइजरी जारी की है।
उत्तराखण्ड पुलिस के  महानिदेशक अनिल रतूड़ी ने मामले को गंभीरता से लिया है और राज्य के सभी स्कूलों के लिए एडवाईजरी जारी करने के निर्देश दिये हैं।

अपर पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने बताया कि इस सम्बन्ध में सभी स्कूलों में स्कूल बसों के ड्राईवर, कंडक्टर, सुरक्षा गार्डों तथा कर्मचारियों का तत्काल सत्यापन कराये जाने, स्कूल परिसर में सीसीटीवी कैमरों चालू हालत में रखने आदि सुनिश्चित कराने हेतु राज्य के सभी जनपद प्रभारियों को विस्तृत दिशा—निर्देश जारी किये गये हैं।

क्या यह है मामला और क्यों गंभीर है पुलिस ?
गुरूग्राम में रयान इंटरनेशनल स्कूल में शुक्रवार सात वर्षीय एक छात्र की गला रेतकर हत्या कर दी गयी थी। पुलिस के अनुसार छात्र की हत्या कथित रूप से बस कंडक्टर ने की है और उसने बच्चे का यौन शोषण करने का भी प्रयास किया था। पुलिस ने बताया कि इस मामले में स्कूल के बस कंडक्टरों में से एक अशोक कुमार को गिरफ्तार कर लिया गया है।

आरोपी कंडक्टर ने कक्षा दो के छात्र का यौन शोषण करने का भी प्रयास किया लेकिन छात्र ने इसका विरोध किया और चिल्लाया। इसके बाद उसकी हत्या कर दी गयी और हत्यारा चाकू छोड़कर भाग गया।

पुलिस ने कहा था कि उसने 10 लोगों को हिरासत में लिया था। लड़के के पिता एवं गुरूग्राम में एक निजी फर्म में गुणवत्ता प्रबंधक के तौर पर कार्यरत वरूण ठाकुर ने स्कूल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया।

ऐसे हादसे रोकने के लिये कड़े कानून और सख्त सजा का होना बहुत आवशयक है। स्कूलों में ऐसे हादसे रोकने के लिए सरकार को बहुत जल्दी एक कानून पारित करना चाहिए और जो स्कूल लापरवाही करते हैं उनकी मान्यता रद्द करे सख्त कार्यवाही करनी चाहिए।