सभी पत्रकार और मिडिया वाले नेताओं की पोल खोलते रहते हैं - कि उनकी संपत्ति 5 साल में कितने गुना बड़ गई। लेकिन चुनावों में विज्ञापनो से मिडिया वालों और पत्रकारों को कितना पैसा मिला उनकी सम्पति का हिसाब लेना भी आज जरुरी हो गया है। पेड न्यूज़ का बाज़ार इतना गर्म है कि करोड़ों रुपये पानी की  तरह बहाये जाते हैं। इसीलिए हर 5 साल में एक बार मिडिया से जुड़े सभी लोगो की संपत्ति का ऑडिट होना चाहिए।