आज चुनावों  के मोसम में बहुत से लोग और नेता विरोधियो की बुराई ही देखते है। किसी की अच्छाई दिख जाए तो ब्रेकिंग न्यूज़ बन जाती है। ये उस मक्खी की तरह ही है जो इंसान के जख्म पर ही नज़र रखती है और उसी पर ही बैठती है।