काशीपुर की यातायात व्यवस्था से आम जनता त्रस्त हो चुकी है। लेकिन इस व्यवस्था को ठीक करने की जिम्मेदारी किसकी है ? ट्रेफिक पुलिस की ? प्रशासन की? मेयर की ? विधायक की? सांसद की? प्रदेश सरकार की ? केंद्र सरकार की ? जिसकी भी जिम्मेदारी है उन्हे अपनी जिम्मेदारी निभानी चाहिए।

ट्रेफिक पुलिस के सामने से ही ट्रफिक नियमोँ को सरे आम तोड़ दिया जाता है। कोई कार्यवाही क्यों नहीं की जाती? क्या ट्रेफिक पुलिस को अपनी जिम्मेदारी पूरी नही निभानी चाहिये। कानून तोड़ने वालो से आम जानता को परेशानी उठानी पड़ती है.  

इसीलिए कानून तोड़ने वालो के साथ-साथ उन सरकारी अधिकारीयों पर भी कार्यवाही होनी चाहिए जो खुलेआम कानून तोडने वालोँ को नही पकड़ते।