हर वर्ष 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस  मनाया जाता है, लेकिन भारत के लोगो में इसकी जागरूकता दिखाई ही नहीं देती। थोड़े बहुत संगठन कुछ करने की कोशिश करते और कुछ नेता दो-चार शब्द बोल लेते हैं,

लेकिन बाकि आम जनता को इससे कोई लेना देना नहीं। जिस प्रकार जानवर केवल अपने स्वार्थ के लिए ही सोचता है, करता है, वैसे ही आज का इंसान हो गया है। लेकिन इसमें भी थोड़ा अंतर है जानवर कभी पर्यावरण को नुकसान नहीं पहुंचता और इंसान पर्यावरण को नुकसान किये बिना कुछ करता नहीं। 

तो अब समझ लीजिये इंसान बेहतर होते है या जानवर ? स्वार्थ छोड़कर अपनी धरती, पानी, हवा, जंगल के लिए भी कुछ कीजिये ! (उप संपादक : जितेंद्र )