काशीपुर हो या उत्तराखंड ,  दिल्ली हो या पूरा  भारत - गर्मी ने कहर ढा रखा है। पैसे वाले लोग तो एयर कंडीशन में बैठे रहते है लेकिन आम जनता और गरीब लोग गर्मी का आतंक झेलने के लिए मजबूर है। 

गर्मी के सारे रेकॉर्ड टूट चुके है ,लेकिन कोई ये नहीं कहता इतनी गर्मी का जिम्मेदार हम सब ही है। प्रकर्ति के साथ खिलवाड़ करते वक्त कोई नहीं सोचता कि इसका परिणाम क्या होगा। काशीपुर को ही देख लीजिये पहले चारो तरफ बाग़ -बगीचे  थे। लेकिन आबादी के बढ़ने से रहने के लिए स्थान की आवश्यकता के कारण सभी काट दिए गए। लेकिन कभी किसी ने पेड़ लगाने के बारे में नहीं सोचा।  अगर सोचा होता तो आज इतनी गर्मी सहन नहीं करनी पड़ती। 
अगर आज भी हम इस ओर थोड़ा ध्यान दे तो अपने शहर को ग्रीन सिटी में बदल सकते है।  इसके लिए सभी को मिलकर आगे आना होगा। सरकार, प्रशासन, एन जी ओ, आम जनता को मिलकर पर्यावरण को बचाना होगा नहीं तो आने वाले समय में और भी बुरे दिन आने वाले है। तापमान जो  आज 46  डिग्री है वो 50 डिग्री से ऊपर भी पहुँच जाएगा।  (उप संपादक )