रेप की घटनाएं कम होने का नाम ही नहीं ले रही है, बल्कि दिनों-दिन बढ़ती जा रही है। कांग्रेस के राज में निर्भया जैसा बड़ा हादसा हुआ, पूरा देश सड़कों पर उतर आया। लेकिन आज तक उन बलात्कारियों को मौत की सजा नहीं मिल सकी। ऐसा चलता रहा तो कैसे कम होंगे अपराध? सालों साल अपराधियों को सजा नहीं दी जाती। बलात्कारियों को तो पकड़ने के  बाद खुले-आम फांसी दे देनी चाहिए, बिना मुकदमा चलाये। 
एक और मोदी सरकार कहती है-  'बेटी पढ़ाओ -बेटी बचाओ'  दूसरी तरफ बलात्कारियों को सजा नहीं दी जाती। ऐसे कानून , नेताओ और समाज पर तो धिक्कार है। मोदी जी और बीजेपी के नेता महिलाओ पर बड़ी -बड़ी बातें करते थे , अगर थोड़ी भी शर्म है तो बलात्कारियों के खिलाफ तुरंत फांसी की सजा का कानून बनाये ये नई सरकार।