उत्तर प्रदेश में बढ़ते अपराध और कानून व्यवस्था की नाकामी से पूरा प्रदेश और देश को बहुत नुकसान  उठाना पद रहा है.  20 करोड़ से ज्यादा की आबादी को सम्भालना किसी भी देश को संभालने जैसा है। आज के ज़माने में इतनी बड़ी जनसंख्या को सम्भालना किसी एक मुख्यमंत्री के बस की बात नहीं।  इसीलिए अब उत्तर प्रदेश के विभाजन का सही वक्त आ गया है, जिससे वहां के समाज को भी विकास का लाभ मिले और देश भी तरक्की करे। 5-5 करोड़ के चार प्रदेशों को भी बना दिया जाए तो भी गुजरात जैसे 4 राज्य बनाये जा सकते है और उनका विकास योजनाबद्ध तरीके से किया जा सकता है