आजकल महंगाई दिनों दिन बढ़ती जा रही है, पुरानी सरकार हो या नई सरकार, महंगाई को काबू पाने पर सब नाकाम रहे है, जनता भी महंगाई के लिए नेताओ को कोसती नजर आती है, मिडिया भी इसकी असली वजह ना खोजकर  सरकारों पर टूट पड़ती है, लेकिन महंगाई की असली वजह पर्यावरण से जुडी हुई है, बेमौसमी बरसात से हमारी फसलों को बहुत नुकसान  होता है, और फसलों के नुकसान के कारण ही मंहगाई बढ़ती है । मौसम का इस प्रकार बदलने का कारण पर्यावरण का प्रदूषण ही है, और इस प्रदूषण को बढ़ाने के लिए देश का हर आदमी जिम्मेदार है। 

महंगाई के लिए कैसे जिम्मेदार है हम  :
  1. आबादी बढ़ती जा रही है पर नियंतरण करने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाये जा रहे। किसी भी देश के संसाधनो की एक सीमा होती है, इसीलिए जितनी आबादी बढ़ेगी, उतनी महंगाई बड़गी। 
  2. आबादी बढ़ने पर रहने के लिए ज्यादा जमीन की जरुरत पड़ती है, जिसके लिए हम लोग जंगलों और खेतो का विनाश करते जा रहे है, जिससे खेती की जमीन कम हो रही है और मंहगाई बढ़ना इसका एक बहुत बड़ा कारण है। 
  3. पॉलिथीन का उपयोग करना हमारी आदत बन गया है, आज हर चीज पॉलिथीन की पैकिंग में सजा के बेचीं जाती है, जबकि की पॉलिथीन से पर्यावरण को बहुत नुकसान होता है, 40 माइक्रोन से कम की पॉलिथीन नष्ट नहीं होती और जमीन को अन उपजाऊ बना देती है, जिससे फसल कम होती है और महंगाई बड़ जाती है , कोई जानवर इसे खा ले तो उसकी मृत्यु हो सकती है।
  4. आजकल सभी लोग अपनी कार लेना चाहते है, जितने ज्यादा निजी वाहन होंगे उतना ही पर्यावरण को नुक्सान होगा। पेट्रोल और डीजल के दाम भी ज्यादा वाहनो की वजह से बढ़ते है।
ऐसे बहुत से कारण है जिनसे महंगाई बढ़ती है और उसके जिम्मेदार नेता या सरकार नहीं देश के लोग ही है।  इसीलिए हम सबको मिलकर पर्यावरण को बचाना है और इसे बचाने के लिए हमें जन आंदोलन करना चाहिए।