सबसे पहले सभी भारतीयों की तरफ से और इन साइड कवरेज की तरफ से नोबेल शांति पुरुस्कार मिलने पर इन दोनों दिग्गजों को अपने अपने क्षेत्र मे विशेष कार्यो को अंजाम देने पर बधाई| आप सभी की जानकारी के लिए नोबेल पुरुस्कार 1901 मे डायनामाइट के अविष्कारक अल्फ्रेड नोबेल के नाम पर दुनिया का सबसे बड़ा पुरुस्कार है | प्रति वर्ष अंतराराष्ट्रीय स्तर पर विशेष क्षेत्र मे उपलब्धिया हासिल करने वालो को रसायन ,भौतिकी ,अर्थशास्त्र, साहित्य , चिकित्सा और शांति के रूप मे दिया जाता है | अभी तक यह सम्मान चार भारतीयों को जिसमे टैगोर को साहित्य मे ,डॉ रमन को भौतिकी मे ,मदर टेरेसा को शांति मे और प्रो सेन को अर्थशास्त्र मे मिल चुका है |
60 वर्षीय कैलाश सत्यार्थी देश के पांचवे और शांति पुरुस्कार प्राप्त करने वाले दूसरे सम्मानित व्यक्ति है | आज तक नोबेल की सलेक्ट कमेटी द्वारा चुने उम्मीदवार उनकी नजरो से ओझल हो पाया हो लेकिन
तभी तो शांति का पुरुस्कार प्राप्त करने वाले कैलाश भारत सरकार से आज तक किसी भी पुरुस्कार से वंचित रहे |इसे ही कहते है चिराग तले अंधेरा
| दूसरी ओर पूरी दुनिया को अहिंसा का रास्ता दिखाने वाले महात्मा 

गांधी भी आज तक यह सम्मान पाने से वंचित रहे |इस बार 270 आवेदन भेजे गए| 10 दिसम्बर को स्वीडन मे शांति पुरुस्कार संयुक्त रूप से कैलाश ओर मलाला को दिया जाएगा ,जिसकी राशि 6.6 करोड़ रूपए होगी जो बराबर राशि के रूप मे दी जायगी। 
बचपन बचाओ आंदोलन के जरिए इस गैर सरकारी संगठ न एन जी ओ ने दुनिया के करीब 145  देशो मे अपनी उपस्थिति दर्ज करायी और 85  हजार बच्चो को बालश्रम और तस्करी से मुक्त कराया है | बेबस , बेसहारा बच्चो और उनके बिखरे सपनो को सवारने का कार्य करते हुए बाल श्रम के प्रति समाज की मानसिकता को बदलने की कठिन चुनौतियों का सामना कैलाश ने किया | तस्करो , माफियाओं के खतरनाक हमले भी कैलाश सहित उनके संगठन के कई लोगो पर किए गए जिसमे कई लोगो ने जान गवाई| कैलाश ने यह पुरुस्कार 125  करोड़ भारतीयों व गुलामी की जंजीरो मे जकड़े बच्चो का सम्मान बताया | इनका प्रयासः करीब 35 सालो से चल रहा है | इसी प्रकार पाकिस्तान की 17  साल की  मलाला को यह पुरुस्कार लड़कियो को पढ़ाने की पैरवी करने पर दिया जायगा ,जिसके लिए तालिबान से हमले भी हुए | दिलचस्प बात यह है ,शांति का संयुक्त पुरुस्कार भारत और पाकिस्तान को दिया जा रहा है जिनके बीच कई दिनों से एक -दूसरे पर गोली , बमो से हमले जारी है |