पर्यावरण को नुक्सान पहुचाने में अमीर लोग और अमीर देश सबसे आगे हैं, अमीर लोग बड़ी- बड़ी गाड़ियों का उपयोग करते हैं, जिनका एवरेज भी बहुत कम होता है, पेट्रोल की ज्यादा खपत होती है, एक ही घर में व्यक्ति  कम  और गाड़ियां ज्यादा  होती है, सड़कों पर कारो की संख्या बढ़ाकर अमीर लोग ज्यादा धुंआ करके पर्यावरण को नुक्सान पहुंचाते हैं, अमीर लोग ही एयर कंडीशन का उपयोग जयादा करते है, ज्यादा पानी की भी बर्बादी अमीर लोगों द्वारा ही की जाती है, बिजली की बर्बादी का सबसे बड़ा श्रेय अमीरों को ही है ,

यह एक बहुत बड़ी समस्या है की प्राकृति का दोहन अमीर लोगो द्वारा आसानी से किया जाता है और उन पर कोई कठोर कानून लागू नहीं होता, पैसा है उसका मतलब आप प्राकृति  को जितना मर्जी बर्बाद कर सको, यह तो गरीब लोगों के साथ ना इंसाफी है,

इसी प्रकार हमारे देश का कानून अमीर लोगों के पैसों के बल से दबाया जाता है, अमीर आदमी जितना भी बड़ा गुनाह कर ले पैसे देकर छोड़ दिया जाएगा, जेल की सजा नहीं होगी, बड़े बड़े वकील करके अदालत का समय खराब किया जाएगा, न्याय मिलने में कई साल लग जायंगे। 
यह गरीब जनता के साथ बहुत बड़ी ना इंसाफी है। अमीर लोग अपने पैसे का नाजायज फायदा उठाकर पर्यावरण और कानून के साथ खेलते रहते है। गरीब स्वच्छ पानी-हवा के लिए और न्याय पाने के लिए तरसते रहते है -