हरिकृष्ण एक्सपोर्ट गुजरात के मालिक सावजी भाई ढोलकिया उद्योग पतियो के लिए प्रेरणा बन चुके है। जहा एक ओर उद्योगो और कपनियो के मालिक हर साल घाटा बता कर मजदूरो , कर्मचारियो का शौषण करते है। कर्मचारो को इतना भी वेतन भी नही देते है कि वह परिवार पाल सके। जब कि हरसाल भारी रकम इनके नबर दो के खातो मे जमा होता है। वही दूसरी ओर ढोलकिया ने अपने 1200 कर्मचारियो को हीरे जवाहरात के जेवर , मकान तथा कारे भेट की। कुल 50 करोड खर्च किया। इन शोषक उद्योग पतियौ को सावजी भाई ढोलकिया से प्रेरणा लेनी चाहिए। 

सावजी भाई ढोलकिया कहते है की उन्होंने चौथी क्लास तक पढाई की और वह जिंदगी की क्लास से रोज कुछ ना कुछ सीखते है।