यातायात व्यवस्था का बिगड़ना और जाम का कारण अतिक्रमण करने वाले दुकानदार और रेड़ी-ठेले वाले ही होते है।और दोष ट्रेफिक पुलिस को दिया जाता है। बाज़ारों में भी दुकानवाले ही जाम लगवाने के जिम्मेदार है। कोई हादसा होगा तो दुकानदार को ही उसकी भरपाई करनी होगी। ऐसे कई मुद्दे है जहाँ स्वार्थी लोग काम नहीं करने देते और पूरे शहर को उसका फल भुगतना होता है। जनता को राहत देने के लिए सरकार को जल्द ही कोई मास्टर प्लान बनाना होगा। और जिसकी जगह जहाँ होनी चाहिए वहां शिफ्ट करना होगा। जनता से रायशुमारी भी की जा सकती है। 90% जनता प्रशासन के साथ होगी।