रुद्रपुर - जिलाधिकारी डाॅ0 पंकज कुमार पाण्डेय ने अधिकारियों को
निर्देश दिये कि बरसात के सीजन को देखते हुये बाढ आदि आपदाओं से निपटने के
लिये अपने से सम्बन्धित सभी तैयारियों को पुख्ता कर लें ताकि किसी भी
प्रकार की आपदा आदि घटित होने पर उससे बचाव व सुरक्षात्मक कार्यो को
सम्पादित करने में कठिनाई ना हो । उन्होंने कहा कि आपदाओं से निपटने के
लिये सभी अधिकारियों को मानसिक रूप से तैयार रहना होगा। उन्होंने कहा कि
बाढ अथवा भूकम्प जेैसी स्थिति पैदा होने पर तत्काल मुख्यालय से सम्पर्क
करें। जिलाधिकारी ने सभी अधिशासी अधिकारी नगर पालिका व निगम केा निर्देश
दिये कि वह 15 दिन के भीतर अपने क्षेत्र के सभी नालों की सफाई करवा लें ।
जिलाधिकारी अधिकारियों को हिदायत दी कि वह अपने मोबाइल लगातार आॅन रखें।
जिलाधिकारी
कलक्टेªट सभागार में बाढ स्टेयरिंग कमेटी व आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण की
बैठक में अधिकारियों को सम्बोधित कर रहे थें। उन्होंने अधिकारियों को
निर्देश दिये कि बरसात में संभावित बाढ एवं अन्य आपदाओं के घटित होने से
इंकार नही किया जा सकता है। इसलिये पूर्व से ही पिछले वर्ष जिन स्थानों पर
अधिक बाढ आई थी उन स्थानों को चिन्हित करते हुये बाढ रोकने के सुरक्षात्मक
उपाय कर लिये जाय। उन्होंने कहा कि सम्भावित बाढ वाले क्षेत्रों के सभी
ग्राम प्रधानों व जनप्रतिनिधियों के दूरभाष नं0 अवष्य प्राप्त कर लें ताकि
बाढ या अन्य आपदा के समय उनसे सहयोग लिया जा सकें। जिलाधिकारी ने कहा कि
बरसात के समय जिले के कन्ट्रोल रूम के साथ ही तहसीलों के कन्ट्रोल रूमों को
सक्रिय करते हुये 24 घंटे खुला रखा जाय ताकि सूचनाओं के आदान प्रदान
करने में कोई दिक्कत न आये। उन्होंने कहा कि किसी भी आपदा व घटना को हल्के
से न लिया जाय उसकी सूचना तत्काल मुख्यालय के कन्टेªाल रूम में दी जाय।
उन्होंने कहा कि आपदा के दौरान किसी भी प्रकार की संवादहीनता न रहने पाये
तथा 7 डैक्स सिस्टम को जिला स्तर व तहसील स्तर पर सक्रिय रूप कार्य करना
चाहिये। उन्होंने कहा कि सभी अधिकारियों को अपने दायित्वों का निर्वहन करते
हुये अपने अपने क्षेत्र में सभी आवष्यक व्यवस्था सुनिष्चित कर लेनी
चाहिये। जिलाधिकारी ने सिंचाई विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि जहां
पर तटबन्ध खराब या क्षतिग्रस्त है उन्हें तत्काल ठीक कर लिया जाय।
उन्होंने जिला पूर्ति अधिकारी को निर्देश दिये कि वह बरसात के मद्देनजर
खाद्यान्न को गोदामों में रिजर्व करा लें। उन्होंने जल संस्थान के
अधिकारियों को निर्देश दिये कि पेयजल हेतु वैकल्पिक व्यवस्था भी दुरूस्त कर
लें। उन्होंने सीएमओ को निर्देश दिये कि वह सभी स्वास्थ्य केन्द्रों में
आवष्यक दवाओं को भी भण्डारित करा लें। जिलाधिकारी ने सभी उप जिलाधिकारियों
व तहसीलदारों को निर्देश दिये कि वह आपदा के दौरान शासन द्वारा जो मुआवजा
राषि प्रभावित को दी जाती है वह तत्काल उपलब्ध कराई जाय। उन्होंने उप
जिलाधिकारियो ंसे कहा कि वह नेशनल हाइवे वर जहां पर निर्माण कार्य चल रहे
है ऐसे स्थानों पर जलभराव की स्थिति तो नही यदि जलभराव हेै तो उसे ठीक
कराये।
जिलाधिकारी
ने बताया कि जनपद में बाढ की दृश्टि से 59 क्षेत्र अतिसंवेदनषील व 60
संवदेशील है। उन्होने जनपद में स्थापित सभी 35 बाढ चैकियों को 15 जून तक
सक्रिय करने के निर्देष दिये। उन्होंने कहा कि आवष्यकता के अनुसार यदि और
बाढ चैकियां स्थापित करनी पडे तो स्थान चिन्हित कर लिये जाय।
बैठक
में अपर जिलाधिकारी दीप्ति वैष्य व आशीष भटगई,उप जिलाधिकारी विजय कुमार
जोगडण्डे,विनीत कुमार, पूरन सिंह राणा,चन्द्र सिंह इमलाल,भगत सिंह
फोनिया,ओसी कलक्टेªट एचएस मर्तोलिया,सीएमओं डाॅ0 एचके जोषी,ईई लोनिवि अषाोक
कुमार सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।
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