रूद्रपुर 28 सितम्बर- सहकारिता,राजस्व एवं सिचाई मंत्री यशपाल आर्य ने कहा कि सहकारिता एक आन्दोलन है और विकास का मुख्य द्वार है तथा इस जनपद में विकास की अपार सम्भावनायें है। उन्होंने युवाओं का आह्वान किया कि वह सहकारिता आन्दोलन को विकास की चरम सीमा तक पहुंचाने में अपना योगदान दें। उन्होंने कहा कि आज के इस हाईटेक युग में हम सबको मोबाइल बैंकिंग व इंटरनेट बैंकिंग की ओर अग्रसर होना है। हमें आगे बढने के लिए नई तकनीकी को अपनाना होगा। उन्होंने बैंकर्स को आष्वस्त किया कि आगामी वर्ष  तक जनपद में जिला सहकारी बैंक भवन के लिये भूमि उपलब्ध करा दी जायेगी। 
 
श्री आर्य आज यहा स्थानीय संगम पैलेस में जिला सहकारी बैंक की अश्टम वार्षिक  सामान्य निकाय की बैठक को बतौैर मुख्य अतिथि सम्बोधित कर रहे थें। उन्होंने कहा कि किसानों का कोई हितैशी है तो वह सहकारी बैंक ही है। उन्होंने कहा कि सहकारिता के क्रियान्वयन में राजनीति आडे नही आनी चाहिये। सहकारिता एक परिवार की तरह है इसमें सभी दलों के लोगों को षामिल होना चाहिये। उन्होंने बैंक अधिकारियों को निर्देश  दिये कि वह समय-समय पर किसानों की योजनाओं की जानकारी देने एवं उनकी समस्याओं के निराकरण के लिये गोश्ठियों व सेमिनार का आयोजन करें।  श्री आर्य ने कहा कि प्रदेश में राज्य कर्मचारी कल्याण निगम की स्थापना की जा रही है जिसके माध्यम से लोगों को सस्ती दरों पर सामान सहकारी संस्थाओं के माध्यम से मुहैया कराया जायेगा। उन्होंने बताया कि राज्य में षीघ्र ही उत्तराखण्ड भण्डार गृह निगम व राज्य आवास सहकारी संघ अस्तित्व में आ जायेगा। उन्होंने सहकारी समितियों के पदाधिकारियों की मांग पर आगामी 15 से 20 नवम्बर के मध्य देहरादून में अन्तर्प्रदेषीय सहकारिता सम्मेलन आयोजित कराये जाने का आष्वासन दिया। उन्होंने कहा कि यहां के खेत खलिहान कायम रहे इस पर यहां के लोगों को चिंतन करना होगा तथा तराई को कंकरीट के मैदान बनने से रोकना होगा। 
इस मौके पर श्री आर्य ने मृतक प्रभु सिंह के पुत्र प्रीतम सिंह को फ्यूचर जनरली इ0इंष्योरेंस क0 की ओर से प्रदत्त दुर्घटना बीमा योजना के तहत 05 लाख चैक प्रदान किया। 
      उत्तराखण्ड राज्य सहकारी बैक के अध्यक्ष संजय आर्य ने कहा कि पूरे प्रदेश में सहकारिता की 260 शाखायें किसानों के हित में कार्यरत है इसलिये प्रत्येक शाखा को चाहिये कि वह एक-एक ग्राम का गोद ले। उन्होंने शाखा प्रबन्धकों से कहा कि वह किसानों की समस्याओं का खाका तैयार करें तथा किसानों की ज्वलंत समस्याओं का निदान करें। उन्होंने बताया कि सहकारिता की मजबूती के लिये इस वर्श ऋण प्रदान करने का लक्ष्य एक हजार करोड से बढाकर 1365 करोड कर दिया है।  जिला को-आपरेटिव बैंक उधमसिंह नगर के अध्यक्ष सुभाश बेहड़ ने बैंक के वित्तीय वर्ष  2014-15 के लेखा जोखा व क्रियाकलापों का विवरण प्रस्तुत किया । उन्होंने बताया कि बैंक ने वर्ष 2014-15 में 901.11 लाख रूपये का शु द्धलाभ अर्जित कर प्रदेश  के जिला सहकारी बैकों में प्रथम स्थान हासिल किया है। उन्होंने बताया कि बैंक द्वारा काष्तकारों को सहकारी सहभागिता कार्यक्रम के तहत कम ब्याज दरों पर 55660.19 लाख का फसली ऋण वितरित किया है जबकि वर्श के दौरान कुल 1529.90 करोड ऋण दिया गया। वर्श 2015-16 हेतु 13800 लाख बजट पारित किया गया।
बैठक में प्रष्नकाल के दरिम्यान सहकारिता को बेहत्तर बनाने के लिये आरके त्रिपाठी,गुलश न सिंधी,अमित नारंग,धीरेन्द्र सिंह चैहान,भगत सिंह धर्मसक्तू आदि ने अपने सुझाव रखें। 
बैठक में पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तिलक राज बेहड, जिलाध्यक्ष कांग्रेस नारायण सिंह बिश्ट,हिमांषु गाबा, शिल्पी अरोडा, सरवरयार खां, उपेन्द्र चैधरी, हरभजन रौतेला, सुरेश  गौरी, बलदेव राज छावडा, गोविन्द सिंह चैहान, इन्दर पाल, विक्रम जीत सिंह, राम सिंह चैहान, गुरमुख सिंह, प्रमोद कुमार, सुरेष षर्मा, जयसिंह गौतम, बैंक महाप्रबन्धक सीके सकलानी, जिला सहायक निबन्धक एमपी त्रिपाठी, संचालक सुक्खा सिंह विर्क व मेजर सिंह सहित बैंक प्रवर्तक एवं बैंक प्रतिनिधि तथा विभिन्न सहकारी समितियों के अध्यक्ष व सदस्यों के अलावा अन्य लोग उपस्थित थे।

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