खटीमा। 5 जनवरी 2016। सरपुड़ा बग्घा चैवन में सरकार जनता के द्वार कार्यक्रम में बोलते हुए जनपद के जिलाधिकारी अक्षत गुप्ता ने कहा कि सरपुड़ा बग्घा चैवन इसलिए आदर्श ग्राम बनाया गया है, ताकि यहां का अधिक से अधिक विकास किया जा सके। उन्होंने कहा कि चालू वित्तीय वर्ष में यहां के विकास हेतु 3 करोड 50 लाख रूपया रखा गया था जिसके सापेक्ष 70 कार्यों में से 46 कार्य पूर्ण कर लिए गए हैं। शेष कार्यों को अधिकारियों द्वारा शीघ्र पूर्ण कर लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि अगले वित्तीय वर्ष में यहां और अधिक बजट की मांग की जाएगी। ताकि यहां के छूटे हुए कार्यों को पूरा किया जा सके। उन्होंने जिला स्तरीय अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि वर्ष 2016-17 की जिला योजना में सभी अधिकारी अपने विभाग से संबंधित योजनाओं का चयन सरपुडा व बग्घा चैवन में भी करें। उन्होंने कहा कि हमारा मुख्य उददेश्य यह होना चाहिए कि हम अधिक से अधिक कितना विकास कर सकते हैं। उन्होंने ग्राम प्रधान अतीक अहमद से कहा ग्राम पंचायत की खुली बैठक में सरपुडा व बग्घा चैवन में जो लोग बायोगैस लगाना चाहते हैं उनके नाम प्रस्तावित करें ताकि उन्हें बायोगैस दिलाई जा सके।
  उन्होंने कहा इन गांवों में 276 पुरूष व 456 महिलाएं निरक्षर हैं। इन्हें साक्षर करने के लिए प्रौढ़ शिक्षा पे्ररकों की संख्या बढ़ाई जाएगी। उन्होंने विद्युत विभाग के अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि आदर्श ग्राम में सभी के पास विद्युत कनेक्शन हों इसके लिए वे कैंप लगाकर मार्च माह तक लक्ष्य को प्राप्त करें। उन्होंने कहा कि वर्ष 2016-17 में मनरेगा योजना के अंतर्गत गांव के विकास हेतु लेबर बजट को बढ़ाया जा सकेगा। गांव के विकास हेतु वन विभाग के सौजन्य से कैंपा योजना भी चलाई जाएगी।  उन्होंने कहा कि आदर्श ग्राम में सभी के शौचालय हों इसके लिए कार्य किया जा रहा है। 31 मार्च तक सभी लोगों के शौचालय बनवा लिए जाएंगे। उन्होंने खंड विकास अधिकारी को निर्देश देते हुए कहा कि मनरेगा के अंतर्गत जिन 360 लोगों के जाॅब कार्ड बने हैं, उन्हें सौ दिन का रोजगार अवश्य दिया जाए। जिलाधिकारी ने कहा कि आदर्श ग्राम के लिए आर्थिक विकास, आधार भूत संरचना, मानवीय विकास, बुनियादी सुविधाएं, सामाजिक विकास, परिस्थतिकीय एवं पर्यावरण व सुशासन के बिंदुओं पर कार्य किया जा रहा है। उन्होंने ग्रामीणों का आहवान करते हुए कहा कि वे जैविक खेती को अपनाएं ताकि यहां क्षेत्र जैविक खेती के नाम से जाना जा सके।
 जिलाधिकारी ने समाज कल्याण, सेवा योजन, उद्यान, डेरी व अन्य विभाग के अधिकारियों को समय-समय पर यहां कार्यशाला आयोजित करने के निर्देश दिए। उन्होंने सेवायोजन अधिकारी को 17 जनवरी 2016 को कैरियर काउंसलिंग कराने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी द्वारा ग्रामीणों से पेयजल, विद्युत व्यवस्था, सड़क, स्वास्थ्य, शिक्षा, खाद्यान्न आदि विषयों पर भी जानकारी ली गई। उन्होंने कहा कि यहां के युवाओं को कंप्यूटर प्रशिक्षण, सिलाई प्रक्षिशण  सरपुड़ा बग्घा चैवन में ही दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि यदि कोई व्यक्ति अपना रोजगार शुरू करना चाहता है तो उसे सरकारी योजनाओं से जोड़ते हुए स्वावलंबी बनाया जाएगा। उन्होंने समाज कल्याण विभाग के अधिकारी को पा़त्र लोगों के पेंशन स्वीकृत करने के निर्देश दिए। मुख्य विकास अधिकारी डाॅ. आशीष श्रीवास्तव ने कहा यहां के लोग मधु मक्खी पालन, सब्जी उत्पादन व महिला समूह बनाकर अपना रोजगार कर सकते हैं। उन्होंने कहा उत्पादित सामान को बेचने के लिए उन्हें बाजार दिया जाएगा। कार्यक्रम में जिला विकास अधिकारी आरसी तिवारी, अधिशाषी केसी पंत, संजय राज, तरूण शर्मा, जिला सेवायोजन अधिकारी अनुभा जैन, युवा कल्याण समिति के उपाध्यक्ष हरीश बोरा, खंड विकास अधिकारी डीएन कांडपाल सहित अनेक अधिकारी मौजूद थे।

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