रुद्रपुर 10 मार्च - विकास भवन सभागार में आयोजित बैठक में बार्डर एरिया डवलपमेन्ट प्रोग्राम के अन्तर्गत जनपद के सीमान्त क्षेत्रों हेतु वर्ष 2016-17 की जिला योजना के निर्माण के सम्बन्ध में मुख्य विकास अधिकारी डाॅ0 आशीष कुमार श्रीवास्तव ने सम्बन्धित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये ताकि जनपद को मिलने वाली सीमान्त क्षेत्र निधि का सदुपयोग हो सके और ऐसी योजनाओं का निमार्ण हो सके जिससे अधिक से अधिक जनता लाभान्वित हो सके।
 
    सीडीओ ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि बार्डर एरिया डवलपमेन्ट प्रोग्राम के तहत वर्ष 2016-17 की जिला योजना तैयार कर  31 मार्च तक हर हाल में उपलब्ध करा दी जाये। उन्होंने निर्देश दिये कि क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों को विश्वास में लेकर ही योजनाओं का निर्माण किया जाये क्योंकि क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि स्थानीय समस्याओं एवं जरुरतों से अच्छी तरह वाकिफ होते हैं। उन्होंने निर्देश दिये कि पांच लाख से कम की कोई भी योजना न बनाई जाय साथ ही सभी विभागों को मनरेगा, स्वच्छ भारत मिशन, शिक्षा, पेयजल, स्वास्थ्य आदि योजनाओं से कनवरजन एवं डवटेलिंग अवश्य करनी हैं अर्थात सभी योजनाओं में समन्वय स्थापित करते हुए विकास योजनाएं बनानी हैं  ताकि सभी विभागीय योजनाएं आपसी सहयोग से पूर्ण हो सकें और अधिक से अधिक जनता लाभान्वित हो सके। उन्होंने कहा कि सभी विभाग महत्वपूर्ण कार्यों की प्राथमिकताएं भी सेट करें। उन्होंने कहा कि सम्बन्धित विभागों को वर्ष 2016-17 में प्रशिक्षण कार्यक्रम हेतु जितनी धनराशि आवंटित हेागी उसका 50 प्रतिशत महिलाओं पर खर्च किया जाये। उन्होंने जिला क्रीडा अधिकारी को निर्देश दिये कि महिलाओं को जूडों कराटें प्रशिक्षण दिये जाने हेतु प्रस्ताव जिला योजना में अवश्य शामिल किया जाय। उन्होने निर्देश दिये कि बार्डर एरिया में किसी एक गांव को सभी योजनाओं से आच्छादित कर माॅडल गांव बनाया जाये।  सीडीओ ने जिला पूर्ति अधिकारी एवं डीपीआरओ को निर्देश दिये कि बार्डर एरिया की प्रत्येक राशन की दुकान एवं पंचायत घर में कम्प्यूटर रखे जाने के प्रस्ताव जिला योजना में शामिल किये जाये। उन्होंने मुख्य शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिये कि बार्डर एरिया के सभी विद्यालय  भवनों में सोलर लाईट लगाने हेतु एवं सांसद आर्दश ग्राम बग्गा चैवन में लैब के निर्माण का प्रस्ताव जिला योजना में अवश्य प्रस्तुत किया जायें। उन्होने कहा कि पर्यटन विकास सम्बन्धी योजनाओ पर विशेष ध्यान दिया जाय ताकि जनपद के सीमान्त क्षेत्र में पर्यटन गतिविधियों को बढावा मिल सकें। उन्होने सभी अधिकारियों को निर्देश दिये कि वर्ष 2014-15 में किये गये कार्यो का उपयोगिता प्रमाण पत्र 25 मार्च तक अवश्य उपलब्ध करा दें। 
     बैठक में पीडी बालकृष्ण,डीडीओ आरसी तिवारी,डिप्टी सीएमओ एचएस पांगती,मुख्य शिक्षा अधिकारी नीता तिवारी,संयुक्त निदेशक उद्योग बीआर आर्य,डीपीआरओ रमेश त्रिपाठी,जिला पर्यटन अधिकारी किशन सिंह रावत,जिला सेवायोजन अधिकारी अनुभा जैन,जिला पूर्ति अधिकारी विपिन कुमार,जिला उद्यान अधिकारी रतन सिंह,ईई लोनिवि अशोक कुमार,केसी पंत,यूसी बहुगुणा,ईई सिंचाई संजय राज सहित विभिन्न विभागो के अधिकारी उपस्थित थे।

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