रूद्रपुर 10 मार्च- जिलाधिकारी अक्षत गुप्ता ने बताया है कि जनपद को
वर्ष 2015-16 में विभिन्न योजनाओं के अन्तर्गत 92934.70 लाख अनुमोदित
परिव्यय के सापेक्ष शासन से 67222.62 लाख की धनराशि अवमुक्त हुई जिसमें से
माह फरवरी तक 57385.68 लाख की धनराशि व्यय कर विकास कार्य सम्पादित किये
गये है। जिलाधिकारी ने बताया कि जिला योजना के अन्तर्गत 6307 लाख अनुमोदन
के सापेक्ष 5194 लाख अवमुक्त हुआ,जिला स्तर पर विभिन्न विभागों को 5194
अवमुक्त की कई जिसमें 5115.22 लाख आहरित कर फरवरी तक 4958.04 लाख व्यय कर
ली गई,इसी प्रकार राज्य योजना के अन्तर्गत 55584.26 लाख अनुमोदित धनराशि के
सापेक्ष 40805.01 लाख अवमुक्त हुआ,जिसमें से 38364.70 लाख आहरित कर
34834.85 लाख व्यय कर लिया गया है। केन्द्र पुरोनिधानित योजना के अन्तर्गत
27743.44 लाख अनुमोदन के सापेक्ष 17923.62 लाख अवमुक्त हुआ जिसमें 16335.46
लाख आहरित कर 14522.99 लाख रूपया व्यय कर लिया गया है,जबकि वाह्य सहायतित
योजना में 3300 लाख अनुमोदन के सापेक्ष शतप्रतिशत अवमुक्त हुई जिसमें
3069.80 लाख आहरित कर शतप्रतिशत खर्च कर ली गई।
जिलाधिकारी ने बताया कि उनके द्वारा समय-समय पर योजनाओं की समीक्षा बैठक
में कार्यदायी विभागों समेत जिला योजना व अन्य योजनाओं से जुडे अधिकारियों
को सचेत किया गया कि योजनाओं के अन्तर्गत जो निर्माण कार्य किये जा रहे वह
पूरी गुणवत्ता के साथ सम्पन्न हों तथा निर्माण कार्यो में किसी भी प्रकार
की हिला हवाली न वरती जाय ताकि योजनाओं का लाभ दीर्घ काल तक जनता को मिल
सके ।
जिलाधिकारी ने
बताया कि वर्ष में लोनिवि को जिला/राज्य योजना व अन्य योजनाओं में
18218.10 लाख अनुमोदित परिव्यय के सापेक्ष 16048.16 लाख अवमुक्त हुई
जिसमें जिला स्तर पर 1432.99 लाख अवमुक्त किया गया जिसमें से फरवरी तक
14330.68 लाख रूप्या व्यय कर जनपद में सडकों एवं पुलों के निर्माण कार्य
किये जा रहे है। जल निगम को जिला व राज्य योजना में कुल 975.53 लाख
अनुमोदित धनराशि के सापेक्ष 887.05 लाख अवमुक्त हुआ जिसमें से 887.05 लाख
कर आहरित कर 867.46 लाख रूपया व्यय कर विकास कार्य किये गये। जल संस्थान को
जिला योजना के तहत 680.50 लाख अनुमोदित धनराशि के सापेक्ष 674.71 लाख
अवमुक्त हुआ जिसमें से 574.71 लाख आहरित कर 517.35 लाख व्यय किया गया।
जिलाधिकारी ने बताया कि विद्युत विभाग को राजीव गांधी ग्राम विद्युतीकरण
योजना के अन्तर्गत केन्द्रपुरोनिधानित योजना में 1667.64 लाख अनुमोदित
धनराशि शासन से शतप्रतिशत अवमुक्त हुई यह धनराशि सौ फीसदी विद्युतीकरण
कार्यो में व्यय कर ली गई है। वैकल्पिक उर्जा को वर्ष में जिला योजना के
अन्तर्गत 58 लाख अनुमोदन के सापेक्ष 54.29 लाख अवमुक्त हुई यह धनराशि भी
माह फरवरी तक सौ फीसदही खर्च कर ली गई है। राजकीय सिचाई को नहर निर्माण के
अन्तर्गत जिला योजना सहित अन्य योजनाओं में 12059.25 लाख अवमुक्त हुआ
जिसमें से 12059.26 लाख की आहरित कर 11319.19 लाख रूप्या खर्च किया गया है।
नलकूप विभाग को जिला व राज्य योजना में 1429.76 लाख की धनराशि अवमुक्त हुई
जिसे आहरित कर 1359.83 लाख रूपया व्यय कर लिया गया है। लघु सिंचाई विभाग
को 825.18 लाख अवमुक्त हुआ तथा यह धनराशि आहरित कर जिसमें से 765.27 लाख
व्यय कर ली गई है। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग को विभिन्न योजनाओं में
अनुमोदन के सापेक्ष 2294.40 लाख की धनराशि अवमुक्त हुई इस धनराशि को आहरित
कर फरवरी 1397.80 लाख रूपया व्यय कर लिया गया । ग्राम्य विकास विभाग के
अन्तर्गत वर्ष में राज्य योजना व केन्द्र पुरोनिधानित योजना में कुल
अनुमोदित धनराशि 73.20 लाख शतप्रतिशत अवमुक्त हुई जिसे फरवरी तक सौ फीसदी
व्यय कर लिया गया।दसी प्रकार राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारन्टी योजना के
तहत भी राज्य व केन्द्र पुरोनिधानित योजना में कुल अनुमोदित धनराशि 2747.19
लाख शतप्रतिशत अवमुक्त हुई जो फरवरी तक सौ फीसदी खर्च कर ली गई है।
जिलाधिकारी ने बताया कि बार्डर एरिया डवलपमेंट कार्यक्रम में केन्द्र
पुरोनिधानित योजना में अनुमोदित धनराशि 532.96 लाख शतप्रतिशत अवमुक्त की गई
जो सीमान्त क्षेत्र के विभिन्न विकास कार्यो के सम्पादन में सौ फीसदी खर्च
की गई है। उन्होंने बताया कि समाज कल्याण विभाग के अन्तर्गत अनु0जाति के
कल्याण हेतु विभिन्न योजनाओं में अनुमोदित धनराशि 2101.56 लाख के विपरीत
536.20 लाख अवमुक्त की गई जिसमें 340.31 लाख की धनराशि आहरित कर फरवरी तक
विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं में व्यय की गई है। पिछडी जाति के कल्याण हेतु
विभिन्न योजनाओं में अनुमोदित धनराशि के सापेक्ष कुल 169.77 लाख रूपया
अवमुक्त हुआ जिसमें से 35.41 लाख आहरित कर राशि व्यय कर ली गई । जनजातियों
के कल्याण हेतु विभिन्न योजनाओं में 431.96 लाख की धनराशि अवमुक्त हुई
जिसमें से 198.30 लाख आहरित कर यह धनराशि व्यय कर ली गई।
जिलाधिकारी
ने अधिकारियों को निर्देशित किया है कि जिन विभागों के अवमुक्त धनराशि में
अवशेष वची है उसे हरहाल में वित्तीरय वर्ष की समाप्ति से पूर्व खर्च करना
सुनिश्चित करें।
जिलाधिकारी
ने बताया कि बीस सूत्रीय कार्यक्रम की 24 मदों में से 20 मदों में जनपद ने
ए श्रेणी हासिल की है जबकि दो मदों में बी तथा दो में डी श्रेणी ही
प्राप्त हुई है। उन्होंने 20 मदों में ए श्रेणी हासिल करने पर सम्बन्धित
विभागों को शाबासी दी है वही उन्होंने बी तथा डी श्रेणी में चल रहे मदों के
लिये सम्बन्धित विभागों को भरसक प्रयास कर वित्तीय वर्ष की समाप्ति से
पहले ए श्रेणी प्राप्त करने की नसीहत दी है।
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