रूद्रपुर 31 मई - जिलाधिकारी अक्षत गुप्ता के स्थानान्तरण की खबर सुनकर ’’मिशन आगाज‘‘ के तहत शिक्षा ग्रहण करने वाले बच्चें एवं उनके अभिभावक आज जिलाधिकारी से उनके कैम्प कार्यालय पर मिले। जिलाधिकारी ने सभी बच्चों को शुभकामनाएं एवं आशीर्वाद  दिया। अपने आशीष  वचन में जिलाधिकारी ने बच्चों से कहा कि वे उच्च शिक्षा प्राप्त कर देश  के अच्छे नागरिक बने और उच्च पदों पर आसीन होकर देश की सेवा करें। उन्होंने बच्चों एवं उनके अभिभावकों से कहा कि निष्चित रुप से जनपद में आने वाले नये जिलाधिकारी भी इन बच्चों की शिक्षा-दीक्षा का पूरा ख्याल रखेगें। 
ज्ञात हो कि जनपद में मलिन बस्तियों में निवासरत जीविकोपार्जन के लिए कूडा बीनने वाले एवं भीख मांगने वाले बच्चों को शिक्षा की मुख्य धारा से जोडने के लिए जिलाधिकारी अक्षत गुप्ता ने ’’मिशन आगाज‘‘ कार्यक्रम की शुरुआत 01 जनपरी 2016 को की। जिलाधिकारी की प्रेरणा एवं मार्गदर्शन  पर संचालित होने वाले इस अभियान की शुरुआत रुद्रपुर शहर से हुई। आरम्भ में इस अभियान में 15 बच्चें शामिल थे जिनकी संख्या आज 49 हो गई है जिनमें से 29 बच्चें रुद्रपुर एवं 20 बच्चें काशीपुर में स्थापित कलेक्षन सेण्टर पर शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। मिशन आगाज के तहत बच्चों को स्पेशल सांध्यकालीन कक्षाएं चलाकर निःशुल्क शिक्षा प्रदान की जाती है। इन बच्चों को पाठ्य सामग्री, खेल सामग्री एवं स्कूल ड्रेस आदि की सुविधाएं निःशुल्क प्रदान की जाती है। साथ ही बच्चों को मध्याह्न भोजन भी दिया जाता है। जिलाधिकारी के इस अभियान की प्रशंसा  प्रदेश के मुख्यमंत्री हरीश रावत ने भी की और उनके इस अभियान की सफलता को देखकर जनपपद उधमसिंह नगर एवं हरिद्वार में कूडा बीनने वाले एवं भीख मांगकर जाविकोपार्जन करने वाले बच्चों के लिए स्पेषल विद्यालय खोलने की घोषणा की। इस अभियान से जुडे बहुत से बच्चों को उनके आवास के समीप स्थित सरकारी एवं प्राईवेट विद्यालयों में दाखिला दिलवाया गया है। निष्चित रुप से जिलाधिकारी अक्षत गुप्ता की यह पहल कूडा बीनकर एवं भीख मांगकर जाविकोपार्जन करने वाले बच्चों के भविश्य को नई दिशा  देगी। 
     आज जिलाधिकारी से भेंट के दौरान मिषन आगाज से जुडे बच्चों के अभिभावकों ने जिलाधिकारी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उनके द्वारा दिया जाने वाला सहयोग अविस्मरणीय है। उनकी प्रेरणा एवं प्रयासों से ही षिक्षा से वंचित बच्चे आज षिक्षा से जुडे हैं। बच्चों के अभिभावकों ने कहा कि जबसे बच्चें विद्यालय जाने लगे हैं तबसे इन बच्चों के व्यवहार एवं दिनचर्या में बडा परिवर्तन हुआ है। बच्चें अक्षर ज्ञान के साथ-साथ सभ्य व्यवहार करना भी सीख गये हैं। 
इस अवसर पर जिला षिक्षा अधिकारी डीसी सती, अध्यापिका गायत्री पाण्डे, मिषन आगाज में षामिल बच्चे अजरा, षबिया, प्रियंका, पापल, रोहित, इकरा, आलम सहित बच्चों के अभिभावक मंेहदी हसन व कदसुम आदि उपस्थित थे।

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