इस खेल से बहार क्यों निकलना है मुश्किल ?  
'द ब्लू वेल चैलेंज' गेम ने पूरी दुनिया को हिलाकर रख दिया है , भारत समेत कई देशों के बच्चे सुसाइड कर चुके हैं और कर रहे हैं , आज आपको इस गेम की सारी जानकारी बता रहे हैं, की किसने इस गेम को बनाया और इसका नाम ब्लू वेळ क्यों पड़ा, कैसे खेलते हैं और इस गेम को खेलने के बाद बाहर निकलना क्यों है मुश्किल और लोग क्यों कर लेते हैं सु साइड .
सबसे पहले आपको बता दें कि यह ना तो डाउनलोड की जाने वाली कोई गेम है, ना ही कोई मोबाइल ऐप और ना ही कोई सॉफ्टवेयर है।

किसने बनाया 'द ब्लू वेल चैलेंज' ? और क्यों ?

इस खेल को रूस के सायकॉलजी के स्टूडेंट फिलिप बुदेकिन ने बनाया था । जिस कारण यूनिवर्सिटी ने उसे निकाल दिया था। वह कहता था कि वह इस गेम  के ज़रिए सोसायटी को 'साफ' करना चाहता है वह ऐसे लोगों को मिटा देना चाहता है जो समाज के किसी काम नहीं आने वाले।  


इस गेम का नाम 'द ब्लू वेल' क्यों रखा गया ?
इस गेम का नाम ब्लू वेल इसलिए पड़ा क्योंकि ब्लू वेल (मछली) की एक अजीब प्रवृत्ति होती है, और वह अचानक खुद को पानी से दूर कर लेती है  और अपने आप ही  मर जाती है।

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द ब्लू वेल चैलेंज' की शुरुआत कैसे हुई ?

यह गेम सबसे पहले रूस में खेला गया । यह गेम कभी भी खुलकर  नहीं खेला जाता और ना ही इसे कही से डाउनलोड किया जा सकता है, इसका कोई ऐप भी नहीं है और ना ही कोई सॉफ्टवेयर है । यह सोशल मीडिया के ग्रुप्स में बहुत ही  चोरी-छिपे खेला जाता है। इस गेम को खेलने के लिए क्रिएटर खुद आपको ढूंढते हैं और खेलने के लिए इनविटेशन भेजते हैं।


कैसे खेला जाता है 'द ब्लू वेल चैलेंज'

इस गेम में  ऑनलाइन ऐडमिनिस्ट्रेटर खेलने वालों को 50 दिनों का चैलेंज देता है। और हर  टास्क पूरा होने के बाद प्लेयर को साबित करने के लिए एक तस्वीर भेजनी होती  है । शुरुआत में यह चैलेंज बहुत  मुश्किल नहीं होते, लेकिन धीरे धीरे खतरनाक होते जाते हैं, जिनमें आपको खुद को नुकसान पहुंचाने का चैलेंज भी दिया जाता है। ये आपको धीरे-धीरे सूइसाइड की ओर मोड़ने लगते हैं।

कौन-कौन से हैं टास्क या चेलेंज ?
'द ब्लू वेल चैलेंज' में कौनसे टास्क होंगे ऐसा कुछ भी तय नहीं है। लेकिन, एक लिस्ट दी जा रही है जो अधिकतर दिए जा सकते हैं। यह लिस्ट किसी ने सोशल मिडिया में पर शेयर की थी।
ये काम उस पर निर्भर करते हैं की खिलाड़ी कहां से है,  और उसकी उम्र या लिंग के मुताबिक अलग-अलग हो सकते हैं।  ये काम ऐडमिनिस्ट्रेटर ही तय करता है ।

1.      अपनी बांह पर ब्लेड से 'f57' लिखें या गड़ें । (रूस के डेथ ऐंड सूइसाइड ग्रुप का नाम है 'f57')
2.      पेपर पर वेल बनाएं और उसे अपने हाथ पर ब्लेड से ट्रेस करें 3. अपनी बांह में मौजूद नसों पर हल्के 3 कट लगाएं
3.      सुबह 4.20 पर उठकर डरावने विडियो देखें
4.      अगर आप वेल बनने के लिए तैयार हैं तो अपने पांव पर ब्लेड से 'Yes' लिखें, अगर नहीं, तो आपको अपने आप को सज़ा के तौर पर कई बार काटना होगा।
5.      टास्क कोड में दिया जाता है
6.       आपको अपने डर से जीतना होगा
7.       अपने स्टेटस में आई एम् वेळ  लिखें
8.      पूरा दिन बैठकर डरावने विडियो देखें
9.      अपने होंठ काटें
10. .अपने हाथ पर खरोंचें लगाकर वेल लिखना ज़रूरी है (या वेल की आकृति भी उकेर सकते हैं)
11.  खुद को नुकसान पहुंचाएं
12.  जो म्यूजिक आपको ऐडमिन ने भेजा है उसे सुनें
13. छत के आखिरी छोर पर नीचे की तरफ पैर लटकाकर बैठें
14.  अपने हाथ में सुई घुसाएं
15.  किसी 'वेल' से मिलें
16.  सबसे ऊंची छत पर जाकर उसके आखिरी छोर पर खड़े हों
17.  किसी ब्रिज पर चढ़कर खड़े हों
18.  क्यूरेटर चेक करेंगे कि आप विश्वास के लायक हैं या नहीं
19. किसी और 'वेल' से स्काइप पर बात करें
20.  कोड में एक और टास्क मिलेगा
21. सुबह 4.20 पर उठें और अपने घर के पास रेल की पटरियों पर जाएं
22.  किसी से बात ना करें
23.  कसम खाएं कि आप एक वेल हैं
24. सबसे ऊंची छत से कूदकर जान दे दें

इस प्रकार के अलग अलग तरह के टास्क यानि की कार्य दिए जाते हैं ,


टास्क सही  हुए या नहीं कौन करता है फैसला ?

ब्लू वेळ चैलेंज में हर टास्क का फोटो माँगा जाता है और इसका मॉडरेशन ग्रुप्स के ऐडमिन करते हैं। कुछ लोगों ने नकली फोटो बनाई हुई  तस्वीरें भेजीं, लेकिन वह पकडे गए , इन्हें बेवकूफ बनाना बहुत मुश्किल होता है,  गलत जानकारी भेजने के बाद उन लोगों ने गेम खेलने वाले से कोई संपर्क नहीं किया जाता .

अपने शिकार को कैसे ढूंढते हैं ये लोग?

आप यह गेम खिलाने वालो को नहीं ढूंढ सकते । ये खुद ही आपको  ढूंढते हैं। ये इंटरनेट पर बहुत छान बीन करते हैं और कुछ लोगों को चुन लेते हैं। ये उन लोगो को निशाना बनाते हैं जो डिप्रेशन में होते हैं या किसी भी तरह से कमज़ोर लगते हैं।

ब्लू वेळ चेलेंज को बीच में क्यों नहीं छोड़ सकते ?

एक रिपोर्ट के मुताबिक जब वे आपको प्लेयर चुनते हैं तो आपको इनकी टर्म्स और कंडीशन स्वीकार करनी  होती है जिससे उन्हें आपके सारे ऑनलाइन डेटा का ऐक्सेस मिल जाता है। प्लेयर की सारी जानकारी मिलने के बाद ये लोगों को ब्लैकमेल करते हैं और अपनी मर्जी से टास्क पूरे करवाते हैं।  ये टास्क पूरा ना करने  खिलाड़ी के परिवार को नुकसान पहुंचाने या  इंटरनेट पर उसे बदनाम करने जैसी धमकियां देते हैं । जिससे खेलने वाला मजबूरन टास्क पूरे करता रहता है ,

इस जान लेवा खेल को ब्लॉक क्यों नहीं कर सकते  ?

देखने में ब्लू वेळ चैलेंज कोई गेम नहीं लगता , इसकी ना कोई वेबसाइट है और ना कोई एप्लीकेशन , और कोई  एक व्यक्ति नहीं है जो इस खेल को चला रहा है। इस गेम के निर्माताओं को जेल में डालने के बाद भी यह फैल रहा है। क्योंकि इसके कई वर्जन बन गए हैं और कई लोग इन्हें फैला रहे हैं। पुलिस और तमाम कानूनी संस्थाएं इसे बंद करने पर दिमाग लगा रही हैं। यह इतना फैल चुका है कि इसे बैन करना संभव नहीं है।
अगर आपको यह जानकारी उपयोगी लगी हो तो लाइक जरूर किजिए, और अपने रिश्तेदारों और मित्रों को शेयर कीजिये , और उन्हें इस खेल के बारे में बताकर जागरूक  कीजिये  ,

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