रुद्रपुर 21 जुलाई -सचिव प्रारम्भिक शिक्षा एवं महानिदेशक डी0 सेंथिल पाण्डियन ने आज प्रदेश ग्राम्य विकास संस्थान सभागार में प्रदेशभर के शिक्षा महकमे के आला अधिकारियों के साथ शिक्षा को गुणवत्तायुक्त बनाये जाने एवं कार्यो की विस्तार से समीक्षा की। उन्होंने जनपदवार शिक्षा विभाग की कार्य प्रणाली एवं समस्याओं को भी सुना। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि शासन शिक्षा को गुणवत्ता बनाये जाने की ओर फोकस किया है अतः सभी अधिकारी दायित्वबोध के साथ आपसी समन्वय बनाकर शिक्षा व्यवस्थाओं का क्रियान्वयन सुनिश्चित करें। 

श्री पाण्डियन आज यूआईआरडी सभागार में शिक्षा व्यवस्थाओं को सुलभ व गुणवत्तायुक्त बनाये जाने के सिलसिले में अधिकारियों को पूर्व में दिये गये निर्देशों के क्रियान्वयन एवं अधिकारियों की ओर की से किये गये सुधारात्मक कार्यो की फीडबैक रिपोर्ट ले रहे थें। अधिकारियों द्वारा सन्तोषजनक कार्य न किये जाने पर उन्होंने अप्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने अधिकारियों को चेतावनी दी कि शिक्षा व्यवस्था को दुरूस्त करने के लिये अधिकारी समय-समय पर बैठक करें तथा मुख्य शिक्षा अधिकारी,जिला शिक्षा अधिकारी प्रधानाचार्यो एवं खण्ड षिक्षा अधिकारियों के साथ मासिक बैठक कर प्राप्त कमियों का निस्तारण सुनिश्चित करें । उन्होंने निदेश दिये कि जनपदों में बीआरसी/सीआरसी के कार्यो का भी नियमित रूप से मूल्याकंन किया जाय तथा जो शिक्षक उनमें ठीक से कार्य नही कर रहे है उनको उनके मूल स्कूलों में वापस भेज दिया। उन्होंने शिक्षा कार्यो को सरल व सुगम बनाने के लिये अध्यापकों को प्रशिक्षण भी समय-समय पर दिया जाय। उन्होंने जिलाधिकारी एवं मुख्य विकास अधिकारी से भी कहा कि शिक्षा में सुधार के लिये अध्यापकों को प्रशिक्षण दिया जाय। उन्होंने कहा कि अध्यापकों की समस्याओं पर भी गौर किया जाय। अधिकारी इस बात का भी ध्यान रखें की कोई विद्यालय एकल शिक्षक न रहे तथा शिक्षकों के समायोजन इस तरह हो कि साइन्स व गणित जैसे महत्वपूर्ण विषय पर अध्यापक अवश्व तैनात रहें। 
श्री पाण्डियन द्वारा खण्ड शिक्षा अधिकारी रूद्रपुर से स्कूल निरीक्षण की रिपोर्ट तलब की तथा सन्तोषजनक जवाव न दिये जाने पर उनका चार्ज उप खण्ड शिक्षा अधिकारी को दिये जाने के निर्देश दिये। उन्होंने स्पष्ट किया कि जो अधिकारी ठीक कार्य करते है उन्हें आगे बढने का मौका दिया जाय तथा जो लापरवाह होकर कार्य कर रहे है उन्हें चेतावनी दी गई कि वह अपनी कार्य प्रणाली में सुधार लाये। उन्होंने निर्देश दिये कि कार्यो में गति प्रदान करने के लिये अधिकारियों को कुशल प्रशिक्षण भी दिया जाय। श्री पाण्डियन ने शिक्षा महकमे के अधिकारयों को निर्देश दिये कि वह स्कूलों में बच्चों के स्वास्थ्य परीक्षण प्रत्येक माह करें तथा गंभीर बीमारी से पीडित बच्चों को उचित इलाज मुहैया कराया जाय। उन्होंने मुख्य विकास अधिकारी से कहा कि वह अपने स्तर से प्रत्येक माह स्कूलों में बच्चों के स्वास्थ्य परीक्षण का मुआयना करें। 
जिलाधिकारी डाॅ0 पंकज कुमार पाण्डेय ने श्री पाण्डियन को शिक्षा विभाग की कार्यों की जानकारी दी। उन्होंने शिक्षा विभाग से अधिकारियों से कहा कि वह स्कूलों में बच्चों के स्वास्थ्य परीक्षण एवं प्रशिक्षण हेतु प्रत्येक माह समय निर्धारित कर लें ताकि शिक्षा व्यवस्थाओं में सुधार आ सकें।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी इवा आशीष श्रीवास्तव,निदेशक सेकेण्डरी आरके कौर,निदेशक सीमा जौनसारी,निदेशक कुसुम पंत,अपर निदेशक बन्दना गब्र्याल,अपर निदेशक सुषमा सिंह समेत मुख्य शिक्षा अधिकारी डाॅ0 नीता तिवारी सहित विभिन्न जनपदों के शिक्षा विभाग के संयुक्त निदेशक,उप निदेशक व जिला शिक्षा अधिकारी व खण्ड शिक्षा अधिकारी उपस्थित थें।   

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