रूद्रपुर 14 जनवरी- सभी बाल कानूनों के अन्तर्गत बाल विकास से सम्बन्धित समेकित बाल संरक्षण योजना (एम0डब्लू0सी0डी0) के अन्तर्गत चाइल्ड हैल्प लाइन नं0-1098 के क्रियान्वयन एवं अनुश्रवण हेतु एडवाइजरी बोर्ड की प्रथम बैठक अपर जिलाधिकारी आशीष  भटगई की अध्यक्षता में कलक्ट्रेट  सभागार में सम्पन्न हुई।
 
एडीएम ने चाइल्ड हैल्प लाइन नं0-1098  के कारगर तरीके से क्रियान्वयन के लिये बोर्ड के पदाधिकारियों एवं समिति में शामिल विभिन्न विभागों के अधिकारियों से विस्तृत चर्चा की तथा उन्होंने बाल संरक्षण योजना का आपसी तालमेल बनाकर व्यापक तरीके से प्रचार प्रसार करने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि योजना के बावत वृहद स्तर पर लोगों को जानकारी होने सेे ही इस महत्वूपर्ण योजना का उद्देश्य  सफल हो सकता है । एडीएम ने चाइल्ड हैल्प लाइन नं0 1098 का परीक्षण किया किन्तु उपलब्ध नं0 डायल करने पर कोई सन्तोशजनक उत्तर नही मिलने पर उन्होंने समिति की निदेषक एवं कुमाऊं सेवा समिति की अध्यक्षा जया मिश्रा से कहा कि हैल्प लाइन नं0 को सक्रिय बनाया जाय तथा कांल रिसीवर हेतु व्यवहार कुषल व दक्ष व्यक्ति रखा जाय ताकि जरूरतमंद बच्चों को योजना का समुचित लाभ मिल सकें। एडीएम ने सम्बन्धित अधिकारियों एवं समिति के पदाधिकारियों से कहा कि चाइल्ड हैल्प लाइन नं0 एवं योजना का प्रचार प्रसार विभिन्न विधाओं के साथ ही केबिल पर भी कराया जाय । इसके अलावा स्कूलों में छात्रों की वाद विवाद प्रतियोगिता,लेखन पेंटिंग,पोस्टर द्वारा,रोडवेज की बसों,पुलिस थानों,मुख्य चैेराहों व प्रमुख स्थानों पर योजना  के कार्यो एवं हैल्प लाइन नं0 प्रचारित किया जाय। 
एडीएम ने बताया कि चाइल्ड हैल्प लाइन नं0 एवं योजना के कार्यो के बेहतर क्रियान्वयन के लिये जिलाधिकारी की अध्यक्षता में कमेटी का गठन किया गया है तथा कमेटी में विभिन्न विभागों के अधिकारियों एवं सामाजिक संगठनों के पदाधिकारियों को षामिल किया गया है। इसलिये समिति में षामिल अधिकारियों एवं संगठनों के पदाधिकारियों को योजना के बावत विस्तृत जानकारी रखते हुयंे आपसी समन्वय बनाकर बाल संरक्षण हेतु कार्य करना होगा। उन्होंने निर्देश  दिये कि अगली बैठक में समिति की कारगुजारियों एवं हैल्प लाइन पर उपलब्ध शिकायतों को डाटा प्रेजेन्टेशन के जरिये प्रदर्षित किया जाय। एडीएम को जिला बाल कल्याण समिति (सी0डब्लू0सी0)के सदस्य विवेक तागरा ने समिति के कार्यो का लाभ अधिक से अधिक वांछित बच्चों को उपलब्ध कराने के लिये कार्यालय हेतु जगह उपलब्ध कराने की बात कही,एडीएम ने समिति हेतु स्थान दिलाने का आष्वासन दिया। उन्होंने समिति के अन्तर्गत तहसील स्तर पर नामित सदस्यों से कहा कि वह योजना के कार्यो का लाभ लक्षित बच्चों तक पहंुचांने के लिये उप जिलाधिकारियों से भी समन्वय स्थापित करें। चाइल्ड हैल्प लाइन की निदेशक व कुमाऊं सेवा समिति की अध्यक्षा जया मिश्रा तथा सदस्य अजंनी कुमार ने बताया कि योजना का उददेष्य बिशम परिस्थितियों में रह रहे बच्चों को सुरक्षा एवं सुरक्षित माहौल प्रदान करने के साथ ही वेघर,अनाथ,शिक्षा से वंचित,स्वास्थ्य से पीडित,अवैध रूप से खरीदे व बेचे गये बच्चे,कूडा बीनने वाले बच्चों ,विपदाग्रस्त,मंदबुद्धि बच्चों की सुरक्षा को सुनिष्चित करना है । ऐसे बच्चों के लिये हैल्प लाइन नं0 है ताकि इन बच्चों को चिकित्सा सेवा,दुव्र्यवहार से बचाने,परामर्ष देने एवं पुनर्वास की सेवायें उपलब्ध कराई जा सकें। यह हैल्प लाइन नं0 24 घंटे निःषुल्क आपातकालीन फोन सेवा है। समिति के पास षहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में 540 सहयोगी संगठन कार्यरत है। यह योजना प्रदेश  के पांच शहरों देहरादून,नैनीताल,उधमसिंह नगर,अल्मोडा तथा टिहरी में चल रही है। 
बैठक में सीएमओ डाॅ0 एचके जोशी ,मुख्य शिक्षा अधिकारी डाॅ0 नीता तिवारी, जिला शिक्षा अधिकारी डाॅ0 पीएन सिंह,जिला शिक्षा अधिकारी डीसी सती,जिला प्रोवेशन अधिकारी यषवंत सिंह,जिला कार्यक्रम अधिकारी अखिलेश  मिश्रा,सीओ पुलिस वीएस चोैहान,समिति की निदेशिक जष्या मिश्रा व समन्वयक नरेन्द्र सिंह के अलावा किषेार कल्याण बोर्ड के सदस्य डीपी यादव,वीपी सिंह सहित बीना नागर भावना चैधरी,आशा  बिश्ट,विवेक तागरा आदि लोग उपस्थित थें।
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