वर्तमान में हमारे देश में शिक्षा का स्तर दिन  प्रतिदिन बढ़ रहा। उधर दूसरी तरफ देश की ज्वालंत समस्या बेरोजगारी है।  बेरोजगार और बढती हुई शिक्षित युवाओ और युवतियों की संख्या का एक दूसरे से बहुत गहरा सम्बन्ध है।  अगर शिक्षित युवाओं के लिए रोज़गार नहीं होंगे तो बेरोज़गारी बढती रहेगी। अतः इस ज्वलंत समस्या के निदान हेतु भारत सरकार ने देश में अनेकों प्रशिक्षण एवं इन्क्युवेशन केन्द्रों की स्थापना की है तथा इनकी संख्या उत्तरोत्तर बड़ाई जा रही है।

 इसी श्रंखला में सरकार के सूक्ष्म, लघु  एवं माध्यम उद्यम मंत्रायल के द्वारा राष्ट्रीय लघु उद्योग निगम लि० ( NSIC) ने   इस वर्ष काशीपुर में  बाजपुर रोड पर स्थित औद्योगिक क्षेत्र में B1 एवं B5 प्लाट पर अपना प्रशिक्षण एवं एन्कुवेशन केंद्र स्थापित किया है।  जो प्रशिक्षण हेतु शुरू हो गया है। इस केंद्र का मुख्य उद्देश्य युवक - युवतियों और अन्य लोगों को रोज़गार उपलब्ध करवाना है तथा स्वारोजगार हेतु उनको सहायता प्रदान करना है।


NSIC के उपमहा प्रबंधक श्री टी एस राजपूत ने बताया की 8वीं पास युवक -युवतियों को यहाँ पर विभिन्न ट्रेड्स में प्रशिक्षण दिया जा रहा है। जैसे फिटर, इलेक्ट्रीशियन, ड्राफ्ट मेन, ऑटो केड, क्रिया , कंप्यूटर हार्ड वेयर एंड सोफ्टवेयर, टेली, बियुटीशियन और फेशन डिजाइनिंग आदि कोर्स करवाए जा रहे हैं। प्रशिक्षण पूरा होने पर NSIC भारत सरकार की तरफ से प्रमाण पत्र दिया जाता है  तथा युवक और युवतियों को केम्पस व साक्षात्कार द्वारा तथा जॉब मेलों के द्वारा अच्छी नौकरी दिलवाने हेतु सहायता दी  जायगी।

जो लोग स्वारोजगार (बिजनिस) करने के इच्छुक हैं उनके लिए NSIC ने इन्क्युवेशन के तहत प्रोजेक्ट लगाए हैं।  जिनमे प्रमुख है टमाटर जूस और सोस बनाना, पेपर से नेपकीन बनाना, पाउडर, लिक्विड व सॉलिड वस्तुओं की पैकिंग करना। इन प्रोजेक्ट पर NSIC की तरफ से 3 महीने का वोकेशनल उद्यमिता विकास प्रशिक्षण दिया जा रहा है  , जिसमें प्रोजेक्ट रिपोर्ट बनाना, सलेक्शन करना, कच्चा माल उपलब्ध करवाना, पूँजी की व्यवस्था करना, लोन लेने  हेतु मार्ग दर्शन करना, मार्केट सर्वे करना, अपने उत्पाद की कीमत निकालना, मार्केटिंग करना, माल की गुणवत्ता सुधारने की जानकारी देना, कस्टमर के साथ उचित व्यवाहर की जानकारी देना, मशीनों के रखरखाव आदि के बारे में 3 महीने के  प्रशिक्षण के दौरान प्रशिक्षार्थी को विधिवत जानकारी डी जायगी।

 जो युवक प्रथम बार व्यापार  (स्टार्ट अप बिजनिस ) स्थापित करेगा उन्हें भविष्य में अपने  व्यवसाय  की उचित रूप से व्यवस्था करने में मदद मिलेगी।  जिससे भविष्य में सफलता हेतु मार्ग दर्शन हो सकेगा। उन्होंने बताया की जो लोग व्यवसाय शुरू करेंगे उन्हें NSIC अपनी अन्य स्कीमो के तहत और बहुत सी सहायता प्रदान करती है जैसे कच्चे माल को उपलब्ध करवाना, बने हुए माल का बाज़ार देना , जिसके लिए देश विदेश में  राष्ट्रीय व अन्तराष्ट्रीय  मेलों में भागीदारी करना और उनमे विशेष छूट देना साम्म्लित है। जिसमे महिलाओं और अनुसूचित जाति वर्गों के लिए विशेष छूट का प्रावधान है।

श्री राजपूत जी ने बताया की हमारे केंद्र पर ओन जॉब ट्रेडिंग पर विशेष ध्यान दिया जाता है , जिससे युवक और युवतियां स्वयं कार्य करते हुए प्रशिक्षण लेकर वह कौशल विकास (स्किल डेवलपमेंट ) प्राप्त कर सकें और आत्मनिर्भर बन सके।  यहाँ पर क्लास रूम तथा ओन जॉब ट्रेनिंग की सुविधा है जो कि प्रशिक्षित प्रशिक्षकों द्वारा प्रदान की जा रही हैं।  हमारा मानना है की देश में गुणवत्ता पूर्ण प्रशिक्षण  की आति  आवशयकता है, जिससे  हमारे युवक-युवतियों को आत्मविशवास पैदा कर उनमे सम्मान पूर्वक जीवन यापन हेतु ज़ज्बा पैदा किया जा सके।

देश और विदेशों में आज प्रशिक्षित व कार्यकुशल युवक-युवतियों को रोज़गार के अनेकों अवसर उपलब्ध हैं , जिसको पूरा करने हेतु उचित व गुणवत्ता पूर्ण प्रशिक्षण व कार्यकुशलता की अति आवश्यकता है, अतः युवक-युवतियों को दक्षता हासिल करने के लिए उन प्रशिक्षण संस्थाओं में ही प्रशिक्षण करना चाहिए जहाँ मशीनों पर ही कार्य होता हो और अच्छे प्राशिक्षण की उपलब्धता हो। NSIC के अन्य प्रशिक्षण  एवं  तकनिकी सेवा केंद्र है जो की ओखला- दिल्ली , राजकोट-पंजाब, आलिगढ़-यूपी, हैदराबाद -आँध्रप्रदेश, चेन्नई-तमिलनाडु, हावारह -वेस्ट बंगाल में स्थित हैं और  सुचारू रूप से सेवाएँ दे रहे हैं,  

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