
जनपद के अतिकुपोषित/कुपोषित बच्चों को स्वस्थ बच्चों की श्रेणी में
लाने के लिए जिलाधिकारी द्वारा ’’मिशन पोषण आरोहण‘‘ कार्यक्रम चलाया जा रहा
है। इस कार्यक्रम के तहत सौंपी गई जिम्मेदारियों के अनुसार अधिकारी हर माह
गोद लिये हुए बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण करवाते हैं एवं बच्चों को
स्वास्थ्यवर्धक पोषक आहार किट का भी वितरण करते हैं। जिलाधिकारी द्वारा
मिशन के बावत अधिकारियों से लगातार फीडबैक ली जा रही है।
आज अपर जिलाधिकारी आशीष भटगई ने खेडा एवं रम्पुरा क्षेत्रों में स्थित
आंगनबाडी केन्द्रो पर जाकर गोद लिये हुये बच्चों का वजन तुलवाया तथा पोषक
आहार किट वितरित किये। एसडीएम अनिल शुक्ला ने रम्पुरा, विशेष भूमि
अध्याप्ति अधिकारी डीपी सिंह व मुख्य कोषाधिकारी तृप्ति श्रीवास्तव ने
भदईपुरा, जिला शिक्षा अधिकारी डीसी सती ने इन्द्रा कालोनी, मुख्य पशु
चिकित्सा अधिकारी रविन्द्र चन्द्रा ने खेडा, डीपीआरओ रमेश चन्द त्रिपाठी ने
आदर्श कालोनी, एआरओ सहकारिता एमपी त्रिपाठी ने ट्रांजिट कैम्प स्थित
आंगनबाडी केन्द्रों पर पहुंचकर गोद लिये हुए बच्चों का हालचाल जाना। एआरटीओ
नन्द किशोर ट्रांजिट कैम्प के वार्ड न0-01 में स्थित आंगनबाडी केन्द्र
न0-09 में पहुंचे जो बन्द मिला। जिस पर डीपीओ एके मिश्रा ने इस केन्द्र की
आंगनबाडी सहायिका प्रतिभा मण्डल के पूरे माह का मानदेय रोका व मुख्य सेविका
लज्जावती गढकोटी से स्पष्टीकरण मांगा। संयुक्त मजिस्ट्रेट मनुज गोयल ने
जसपुर के वार्ड न0-13 के केन्द्र न0-04 में अभिलेखो व पंजिकाओं के रख-रखाव
ठीक से नहीं पाये जाने व आयशा नाम की अतिकुपोषित बच्ची को पोषक आहार किट
नहीं दिये जाने की जानकारी दी। जिसपर डीपीओ ने सीडीपीओ व क्षेत्रीय मुख्य
सेविका का एक दिन का वेतन रोका।
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