रुद्रपुर 14 जुलाई - जिला प्रषासन द्वारा जनपद में अतिकुपोशित/कुपोशित बच्चों को स्वस्थ बच्चों की श्रेणी में लाने के लिए ’’मिशन पोषण आरोहण’’ कार्यक्रम चलाया जा रहा है। इसी क्रम में आज जिलाधिकारी डाॅ0 आशीष कुमार श्रीवास्तव ने खेडा स्थित आंगनबाडी एवं रम्पुरा स्थित चैरासी घण्टा मन्दिर पहुंचकर ’’मिशन पोषण आरोहण‘‘ के तहत गोद लिए हुये बच्चों का हालचाल जाना। उन्होंने बच्चों के स्वास्थ्य की प्रगति जानने के लिए बच्चों का वजन परीक्षण करवाया। मिषन पोशण आरोहण के तहत मिलने वाले सहयोग के फलस्वरुप खेडा स्थित आंगनबाडी केन्द्र के 04 बच्चों व रम्पुरा क्षेत्र के 03 बच्चों के वजन में आषातीत वृद्वि हुई है और ये बच्चें अतिकुपोशित से कुपोशित बच्चों की श्रेणी में पहुंचंे हैं। इसके अलावा जिलाधिकारी ने बच्चों को पोशक आहार किट व स्वच्छता सम्बन्धी वस्तुओं के किट का भी वितरण किया। बता दें कि जिलाधिकारी श्रीवास्तव ने खेडा क्षेत्र के 05 अतिकुपोशित बच्चों जिनके नाम जागृति, नीतू, राजा, अषिंका व राहुल हैं को गोद लिया है। इसके अलावा उन्होंने पूर्व जिलाधिकारी के दिवंगत होने पर रम्पुरा क्षेत्र के भी 05 अतिकुपोशित बच्चों जिनके नाम राजरानी, षालिनी, महेष, गुंजन व महक हैं को गोद लिया है। जिलाधिकारी प्रत्येक माह इन बच्चों का वजन एवं स्वास्थ्य परीक्षण करवाने के साथ ही पोशक आहार किट का भी वितरण करते हैं।
आज वजन परीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने बच्चों के अभिभावकों से कहा कि वे बच्चों के मुंह में अगुंली डालने की आदत को छुडवायें तथा उनकी शारीरिक स्वच्छता का विशेष ख्याल रखें। उन्होंने कहा कि बच्चों के लिए जो पोषक आहार दिया जा रहा हैं उसे किट में लिखी गई प्रतिदिन की मात्रा के अनुसार ही दिया जाय ताकि बच्चें उसे ठीक से पचा सकें। जिलाधिकारी ने मिशन पोषण आरोहण से जुडे अधिकरियों हेतु सन्देश जारी किया है कि वे प्रत्येक माह की 05 तारीख को गोद लिए हुए बच्चों का वजन एवं स्वास्थ्य परीक्षण करवाने के साथ ही पोशक आहार किट का भी वितरण करें। यदि इस तिथि को अपरिहार्य कारणों से अधिकारी आंगनबाडी केन्द्रों पर नहीं जा पाते हैं तो माह की अन्य किसी तिथि में जाकर बच्चों का हालचाल जाने।
इस अवसर पर जिला कार्यक्रम अधिकारी एके मिश्रा, आंगनबाडी कार्यकत्री कंचन, अमितापाल, षकुन्तला, सीतारानी, नीलम व मीना तथा बच्चों के अभिभावक उपस्थित थे।
आज वजन परीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने बच्चों के अभिभावकों से कहा कि वे बच्चों के मुंह में अगुंली डालने की आदत को छुडवायें तथा उनकी शारीरिक स्वच्छता का विशेष ख्याल रखें। उन्होंने कहा कि बच्चों के लिए जो पोषक आहार दिया जा रहा हैं उसे किट में लिखी गई प्रतिदिन की मात्रा के अनुसार ही दिया जाय ताकि बच्चें उसे ठीक से पचा सकें। जिलाधिकारी ने मिशन पोषण आरोहण से जुडे अधिकरियों हेतु सन्देश जारी किया है कि वे प्रत्येक माह की 05 तारीख को गोद लिए हुए बच्चों का वजन एवं स्वास्थ्य परीक्षण करवाने के साथ ही पोशक आहार किट का भी वितरण करें। यदि इस तिथि को अपरिहार्य कारणों से अधिकारी आंगनबाडी केन्द्रों पर नहीं जा पाते हैं तो माह की अन्य किसी तिथि में जाकर बच्चों का हालचाल जाने।
इस अवसर पर जिला कार्यक्रम अधिकारी एके मिश्रा, आंगनबाडी कार्यकत्री कंचन, अमितापाल, षकुन्तला, सीतारानी, नीलम व मीना तथा बच्चों के अभिभावक उपस्थित थे।
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