रुद्रपुर 01 दिसम्बर - राश्ट्रीय स्वास्थ्य मिषन के अन्तर्गत संचालित राष्ट्रीय  किशोर  स्वास्थ्य कार्यक्रम(आरकेएस) व राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम(आरबीएस) की समीक्षा बैठक जिलाधिकारी चन्द्रेश  कुमार की अध्यक्षता में कलकट्रेट सभागार में सम्पन्न हुई। समीक्षा बैठक में जिलाधिकारी ने स्वास्थ्य महकमें के अधिकारियों से कहा कि भारत सरकार द्वारा विभिन्न स्वास्थ्य कार्यक्रम इसलिए चलाये जा रहे हैं ताकि युवा भारत एक स्वस्थ भारत हो। उन्होंने निर्देष दिये कि भारत सरकार द्वारा हेल्थ सेक्टर के अन्तर्गत जितनी भी योजनाएं बनायी गई हैं उन्हें धरातल पर लाने का कार्य किया जाय ताकि हमारे जनपद में बीमार बच्चों का प्रतिषत कम से कम हो। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य, शिक्षा, बाल विकास विभाग एवं परिवह्न आदि विभाग जो 0 से 18 वर्ष के आयुवर्ग के बच्चों से किसी न किसी प्रकार से जुडें है आपसी समन्वय बनाकर कार्य करें ताकि बच्चों के सम्पूर्ण विकास को बल मिले। जिलाधकारी ने षिक्षा विभाग के अधिकारियों को निर्देष दिये कि राश्ट्रीय किशो र स्वास्थ्य कार्यक्रम के अधिकारी परिवह्न विभाग के अधिकारियों के साथ समन्वय स्थापित कर किषोर विद्यार्थियों को पोशण में सुधार, यौन एंव प्रजनन स्वास्थ्य, नषाखोरी से बचाव व ट्रेफिक नियमों आदि की जानकारी देकर उनका मार्गदर्षन करें ताकि किषोर गलत मार्ग पर न चले व अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरुक रहें। उन्होंने शिक्षा विभाग के अधिकारियों से कहा कि विद्यालयों में पेरेन्टस मीटिंग का आयोजन कर बच्चों के अभिभावकों को भी जागरुक किया जाय कि स्वास्थ्य परीक्षण के लिए निर्धारित तिथियों में वे अपने बच्चों को विद्यालय में अवष्य भेजें। उन्होंने निर्देष दिये कि अगले शिक्षा सत्र से सभी विद्यार्थियों को स्कूल डायरी उपलब्ध करायी जाय जिसमें बच्चों के अभिभावक विद्यालय से सम्बन्धित अपनी षिकायत दर्ज कर सकें व षिक्षक भी अभिभावकों को सूचना प्रेशित कर सकें। जिलाधिकारी ने राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य व राश्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम टीम के सदस्यों से कहा कि वे फील्ड वर्क पर अधिक ध्यान दें साथ ही फील्ड वर्क की मासिक रिपोर्ट भी प्रस्तुत करें ताकि क्षेत्रीय स्तर पर होने वाले स्वास्थ्य कार्यक्रमों की जानकारी मिल सके। 
 
   बैठक में निदेषक राश्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रम उत्तराखण्ड आरएस असवाल ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग के हेल्प लाईन न0-104 पर स्वास्थ्य सम्बन्धी किसी भी जानकारी को प्राप्त किया जा सकता है। साथ ही यदि किसी व्यक्ति को किसी भी हास्पिटल से सम्बन्घित कोई षिकायत है तो वह इसी हेल्प लाईन नम्बर पर अपनी षिकायतें पंजीकृत करवा सकते हैं। उन्होंने यह भी बताया कि बालिकाओं को सेनेटरी नेपकीन उपलब्ध कराने के लिए सरकार से धनराषि प्राप्त हो गई है। षीघ्र ही उन्हें सस्ते दामों में सेनेटरी नेपकीन उपलब्ध कराये जायेगें। बैठक में राश्ट्रीय किषोर स्वास्थ्य कार्यक्रम के जिला कार्यक्रम अधिकारी नीरज पाण्डे ने बताया कि इस कार्यक्रम के तहत 10 वर्श से 19 वर्श आयु वर्ग के किषोरों को पोषण में सुधार,यौन एवं प्रजनन स्वास्थ्य,मानसिक स्वास्थ्य,चोट व हिंसा (लिंग आधारित हिंसा) की रोकथाम,नषाखोरी से बचाव एवं गैर संचारी रोगों की परिस्थितियों का समाधान आदि के प्रति जागरूक किया जाता है। राश्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के मैनेजर जावेद ने बताया कि इस कार्यक्रम के तहत 0 वर्श से 18 वर्श आयु वर्ग के बच्चों की स्वास्थ्य जांच व निःषुल्क उपचार किया जाता है। उन्होने बताया कि 0 से 06 वर्ष  आयु वर्ग के बच्चों के स्वास्थ्य की जांच वर्श में दो बार की जाती है जबकि 06 से 18 वर्ष के आयु वर्ग के बच्चों के स्वास्थ्य की जांच साल में एक बार सरकारी,सरकारी सहायता प्राप्त विद्यालयों व मदरसो में जाकर की जाती है। उन्होनें बताया कि गम्भीर बीमारी के षिकार बच्चों को हायर सेंटर रेफर कर निःषुल्क उपचार कराया जाता है। 
    बैठक में सीएमओ एचके जोषी,अपर सीएमओ एचएस पांगती व एसएस दुग्ताल,मुख्य शिक्षा अधिकारी पीएन सिंह,जिला शिक्षा अधिकारी सुभागा आर्या व डीसी सती,जिला कार्यक्रम अधिकारी एके मिश्रा सहित राष्ट्रीय  किशोर  स्वास्थ्य व राश्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम टीमों के सदस्य उपस्थित थे। 


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